पंजाब के गवर्नर और चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाबचंद कटारिया ने दिल्ली में केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात कर पंजाब और चंडीगढ़ से जुड़े अहम मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने खासतौर पर पंजाब और चंडीगढ़ में बढ़ रही नशाखोरी पर चिंता जताते हुए केंद्र सरकार से सहयोग मांगा। गुलाबचंद कटारिया ने केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, श्रम एवं युवा मामलों के मंत्री मनसुख मांडविया और संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से अलग-अलग मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि नशे के खिलाफ निगरानी बढ़ाने, पुनर्वास केंद्रों को बेहतर करने और युवाओं को जागरूक करने के लिए केंद्र और राज्य को मिलकर काम करना होगा। कटारिया ने कहा कि नशा परिवारों की नस्ल को खत्म कर रहा है, इसलिए नशा बेचने, खाने और सप्लाई करने वालों को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाना जरूरी है। विकास से जुड़े प्रोजेक्ट्स को तेजी से आगे बढ़ाना गवर्नर गुलाबचंद कटारिया ने कहा इन बैठकों का मुख्य उद्देश्य पंजाब और चंडीगढ़ के विकास से जुड़े प्रोजेक्ट्स को तेजी से आगे बढ़ाना और केंद्र से सहयोग लेना था। इनमें सड़कों और रेलवे कनेक्टिविटी को सुधारने, शहरी ट्रांसपोर्ट को मजबूत करने और अन्य जरूरी इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स पर बात हुई। इसके अलावा युवाओं के लिए रोजगार बढ़ाने, पर्यटन और खेल क्षेत्र को बढ़ावा देने पर भी चर्चा की गई। कटारिया ने राजस्थान सरकार के मंत्री जोगाराम पटेल और जवाहर सिंह बेदम से भी मुलाकात की। दोनों राज्यों के बीच बेहतर प्रशासनिक व्यवस्था और सफल योजनाओं को साझा करने पर सहमति बनी। पहली बार ली थी क्राइम मीटिंग चंडीगढ़ के प्रशासक बनने के बाद गुलाबचंद कटारिया ने पुलिस हेडक्वार्टर सेक्टर-9 में पहली बार क्राइम मीटिंग ली थी। उस दौरान उन्होंने स्पष्ट किया था कि जो पुलिसकर्मी थानों में मनचाही पोस्टिंग के लिए सिफारिशें लगवा रहे हैं, वे अपने काम पर ध्यान दें। उन्होंने कहा था, “काम अच्छा होगा तो सिफारिश की जरूरत नहीं पड़ेगी। सिफारिश उन्हें करनी पड़ती है जिन्हें काम नहीं आता।” उन्होंने यह भी कहा था कि नशा बेचने वालों से सख्ती से निपटा जाए।
पंजाब गवर्नर कटारिया ने दिल्ली में उठाया नशे का मुद्दा:मांगी केंद्र की मदद, पंजाब और चंडीगढ़ के विकास को लेकर की चर्चा
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