पंजाब में लैंड पूलिंग पॉलिसी को लेकर जारी विवाद अब आम आदमी पार्टी (AAP) के अंदर भी गहराने लगा है। जहां एक तरफ किसान संगठन और विपक्षी पार्टियां इस पॉलिसी का विरोध कर रही हैं, वहीं अब AAP के कई नेता भी इससे असहमत होकर अपने पदों से इस्तीफा देने लगे हैं। इसी कड़ी में विधानसभा क्षेत्र बाघा पुराना के वरिष्ठ नेता गुरप्रीत सिंह चहल थराज ने ब्लॉक प्रधान के पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने इस पॉलिसी को किसानों के हितों के खिलाफ बताते हुए पार्टी नेतृत्व के सामने अपनी नाराजगी जाहिर की है। पहले भी दीदारेवाला ने किया था इस्तीफा इससे पहले मोगा के योजना बोर्ड के चेयरमैन हरमनजीत सिंह दीदारेवाला ने भी इस्तीफा दे दिया था। उनका कहना था कि लैंड पूलिंग पॉलिसी किसानों की जमीनों और भविष्य के साथ खिलवाड़ कर सकती है। किसान संगठनों का आरोप है कि यह पॉलिसी किसानों को उनकी ही जमीन से बेदखल कर देगी और बड़े औद्योगिक प्रोजेक्ट्स को फायदा पहुंचाएगी। वहीं, विपक्षी पार्टियां इसे आम आदमी पार्टी सरकार की किसान विरोधी नीति बता रही हैं। AAP के अंदर नेताओं के इस्तीफे यह संकेत दे रहे हैं कि पार्टी के भीतर भी इस पॉलिसी को लेकर असहमति बढ़ रही है। अब देखना होगा कि पंजाब सरकार इस मुद्दे पर क्या रुख अपनाती है, क्योंकि किसानों और अपने ही नेताओं के बढ़ते विरोध ने सरकार के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं।
पंजाब में एक और AAP नेता का पद से इस्तीफा:लैंड पूलिंग पॉलिसी के विरोध में तीसरे नेता ने छोड़ी पार्टी, ब्लॉक प्रधान से गुरप्रीत चहल
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