पंजाब सरकार ने अवैध शराब के कारोबार पर कार्रवाई की है। पुलिस ने बड़ी मात्रा में अवैध शराब बनाने की खेप पकड़ी है। इससे दूसरे राज्यों में अवैध शराब बेचने के मॉड्यूल का पर्दाफाश हुआ है। इसी मामले को लेकर वित्त मंत्री हरपाल चीमा सुबह दस बजे पंजाब भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। इसमें वह अवैध शराब के कारोबारियों पर हुई कार्रवाई का खुलासा करेंगे। हालांकि, मजीठा में जहरीली शराब पीने से हुई मौत के बाद पंजाब पुलिस की इसे बड़ी कार्रवाई माना जा रहा है। 600 लीटर मेथेनॉल जब्त की थी मजीठा में इसी महीने अवैध शराब पीने से 22 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। सभी लोग जरूरतमंद परिवारों से संबंधित थे। इसके बाद विपक्ष ने भी इस मामले को गंभीरता से उठाया था। वहीं, मुख्यमंत्री भगवंत मान ने खुद इलाके का दौरा कर पीड़ित परिवारों को दस-दस लाख रुपए और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने का ऐलान किया था। साथ ही, अवैध शराब बनाने वालों पर कार्रवाई शुरू की थी। इस दौरान पटियाला पुलिस ने दिल्ली से आ रही 600 लीटर मेथेनॉल जब्त की थी, जो कि शराब बनाने में प्रयोग होनी थी। इसके अलावा कई जगहों पर देसी शराब भी पकड़ी गई थी। पंजाब व केंद्र सरकार को लिखा पत्र जहरीली शराब लोग न बना सकें, इसके लिए पंजाब ने केंद्र सरकार को पत्र लिखा है कि मेथेनॉल को लेकर गाइडलाइन तय की जाए। दूसरी ओर, पिछले एक महीने में चंडीगढ़ से पंजाब में शराब तस्करी के 35 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। अब पंजाब सरकार की ओर से चंडीगढ़ प्रशासन को एक पत्र लिखा गया है, जिसमें इस मामले में तुरंत कार्रवाई करने को कहा गया है। पत्र में कहा गया है कि आबकारी विभाग ने 44 शराब की पेटियां भी जब्त की थीं, जिन पर ट्रैक एंड ट्रेस का होलोग्राम जानबूझकर मिटा दिया गया है। इससे साफ है कि यह तस्करी पूरी रणनीति के साथ बड़े पैमाने पर हो रही है।
पंजाब सरकार का अवैध शराब के खिलाफ एक्शन:अवैध शराब बनाने वाली बड़ी खेप पकड़ी, वित्तमंत्री चीमा दस बजे करेंगे प्रेस कांफ्रेंस
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