पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने आम आदमी पार्टी (AAP) और उसके नेताओं के खिलाफ एक गंभीर शिकायत दर्ज करवाई है। बाजवा ने चंडीगढ़ पुलिस को दिए अपने बयान में आरोप लगाया कि AAP के नेताओं और उनके “गुर्गों” ने उनका वीडियो एडिट कर सोशल मीडिया पर गलत संदर्भ में वायरल किया, जिससे उनकी छवि को नुकसान पहुंचा और उन्हें बदनाम करने की साजिश रची गई। इसे लेकर चंडीगढ़ पुलिस ने गुरुवार (11 जुलाई) को थाना सेक्टर-3 एक एफआईआर दर्ज कर ली है। दोनों मंत्रियों पर पावर का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है। केस में चंडीगढ़ पुलिस ने पंजाब आम आदमी पार्टी के प्रधान और मंत्री अमन आरोड़ा और पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। कांग्रेसी नेता प्रपात सिंह बाजवा ने जैसा एफआईआर में बताया प्रताप सिंह बाजवा ने अपने बयान में कहा कि वे पंजाब में विपक्ष के नेता होने के नाते, राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे अत्याचारों और अवैधताओं के खिलाफ हमेशा आवाज उठाते रहे हैं। इसी सिलसिले में उन्होंने 25 जून 2025 को दोपहर 3:13 बजे अपने आधिकारिक एक्स (ट्विटर) अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट किया। इस वीडियो में उन्होंने पंजाब विजिलेंस ब्यूरो द्वारा अकाली दल के वरिष्ठ नेता बिक्रम सिंह मजीठिया की पत्नी और विधायक गनीव कौर के साथ किए गए दुर्व्यवहार की निंदा की थी। बाजवा के अनुसार विजिलेंस ब्यूरो के अधिकारी गनीव कौर के घर में घुसकर उनके शयनकक्ष तक पहुंच गए, जो न केवल असंवेदनशील था, बल्कि कानून के भी खिलाफ था। उन्होंने अपने वीडियो में इस घटना की आलोचना की और विधायक सुखपाल सिंह खैरा के साथ हुई इसी तरह की कार्रवाई का भी जिक्र किया। बाजवा बोले- उसी वीडियो को एडिट कर पेश किया गया बाजवा ने आरोप लगाया कि उनके द्वारा पोस्ट किए गए इस 3 मिनट 48 सेकंड के वीडियो को आम आदमी पार्टी के सोशल मीडिया हैंडल्स (एक्स और फेसबुक) पर एडिट कर के साझा किया गया। एडिट किए गए वीडियो में गनीव कौर का नाम और महिला विधायक के रूप में उनका संदर्भ हटा दिया गया। वीडियो को इस तरह पेश किया गया कि ऐसा लगे कि बाजवा ने बिक्रम सिंह मजीठिया का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से झूठ और बेबुनियाद है और उनकी छवि को धूमिल करने की कोशिश है। बाजवा ने आरोप लगाया कि AAP के सभी बड़े नेताओं ने इस डॉक्टर्ड वीडियो को अपने आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर पोस्ट कर प्रचारित किया, जिससे लोगों में भ्रम फैलाया गया। चंडीगढ़ पुलिस ने शिकायत के आधार पर दर्ज की एफआईआर बाजवा ने आम आदमी पार्टी उसके नेताओं और उनके कथित सहयोगियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस तरह की हरकतें न केवल उनकी व्यक्तिगत छवि को नुकसान पहुंचाती हैं बल्कि लोकतांत्रिक मूल्यों और कानून के भी खिलाफ हैं। उन्होंने पुलिस से अपील की कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाई जा सके।
पंजाब सरकार के 2 मंत्रियों पर चंडीगढ़ में FIR:नेता प्रतिपक्ष प्रताप बाजवा की शिकायत पर कार्रवाई, वीडियो को तोड़-मरोड़ कर पेश करने का आरोप
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