भास्कर न्यूज| लुधियाना पंजाब डायर्स एसोसिएशन ने एमपी के मुख्यमंत्री डॉ. मोहनलाल यादव से लुधियाना की डाइंग यूनिटस को मध्यप्रदेश में शिफ्ट करने की मांग की है। डायर्स एसोसिएशन ने पंजाब सरकार पर उपेक्षा का आरोप लगाया है। सोमवार को पंजाब डायर्स एसोसिएशन ने लुधियाना दौरे पर पहुंचे मुख्यमंत्री डॉ. मोहनलाल यादव के सेक्रेटरी से मुलाकात की और मांगों से संबंधित मेमोरेंडम सौंपा। डायरेक्टर कमल चौहान, बॉबी जिंदल ने बताया कि 225 डाइंग यूनिट्स ने लुधियाना में अपनी जेब से 250 करोड़ रुपए लगाकर तीन सीईटीपी प्लांट लगाए थे, लेकिन पंजाब सरकार ने वादे के बावजूद ट्रीटेड वाटर के लिए नहर नहीं बनाई। एनजीटी ने तीनों प्लांट को बंद करने के आदेश दिए हैं। अगर तीनों सीईटीपी प्लांट बंद हो गए तो लुधियाना में समस्त डाइंग यूनिट्स बंद हो जाएंगी। लुधियाना की तमाम टैक्सटाइल और होजरी उद्योग पर इसका असर पड़ेगा और आर्थिक नुकसान होगा। आरोप लगाया कि पंजाब सरकार आंखें बंद करके बैठी है और पंजाब सरकार का इस तरफ कोई ध्यान नहीं है। पीडीए की ओर से साढ़े तीन साल में पंजाब के मुख्यमंत्री से मिलने के लिए समय मांगा गया, लेकिन सीएम ने समय नहीं दिया। पहले ही इतने साल बॉर्डर पर किसानों के धरना प्रदर्शन के कारण पंजाब की इंडस्ट्री की हालत खस्ता हाल हो गई है। उन्होंने एमपी के सीएम डॉ. यादव से कहा कि उन्हें पंजाब से मध्य प्रदेश इंडस्ट्रीज शिफ्ट करने के लिए या नई इंडस्ट्री लगाने के लिए कोई योजना दी जाए।
पंजाब सरकार से नाराज डायर्स, मध्य प्रदेश के सीएम से डाइंग यूनिट्स को एमपी में शिफ्ट करने की मांग की
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