पटना में फुलवारी शरीफ के जानीपुर थाना क्षेत्र में गुरुवार को भाई-बहन को जिंदा जलाने वाली घटना पर पटना पुलिस ने कई कयासों पर विराम लगा दिया है और कहा जाए तो इस पूरे घटनाक्रम के मुख्य पहलू पर पुलिस पहुंच चुकी है.
हालांकि पुलिस अभी पूरी तरह इस पूरे मामले का उद्भेदन नहीं किया है, लेकिन इस मामले में घटना से जुड़े कई संदिग्ध लोग गिरफ्तार हो चुके हैं और पुलिस का दावा है कि बहुत जल्द इस पूरे मामले पर उद्भेदन कर दिया जाएगा.
पटना सिटी SP ने पूरे मामले को प्री-प्लानिंग हत्या बताया
पटना सिटी SP पश्चिमी भानु प्रताप ने कई कयासों पर विराम लगाते हुए पूरे मामले को प्री-प्लानिंग हत्या बताया है. सिटी SP ने बताया कि जो दोषी है, वह घर का एकदम करीबी है.
उसका हमेशा उस घर में आना-जाना होता था. उन्होंने कहा कि जो दो बच्चों को जला दिया गया, यह मामला पूर्णतः हत्या का प्रतीत हो रहा है और इस मामले में जो भी संदिग्ध हैं, उनसे पूछताछ की जा रही है. जो दोषी है, उसका पता कर लिया गया है, उससे भी पूछताछ की जा रही है.
पुलिस की ओर से 8 टीम गठित की गई
सिटी SP ने कहा कि पुलिस पहले से कहती आ रही है कि यह मामला हत्या का है. इस मामले में पुलिस की ओर से 8 टीम गठित की गई है, जो पूछताछ कर रही है और जांच कर रही है. आने वाले दो से तीन दिनों में इस मामले का खुलासा पूरी तरह से हो जाएगा.
वहीं, सिटी एसपी वेस्ट ने समाज से भी आग्रह किया है कि वह भी जागरूक हो ताकि इस तरह की घटना को होने से रोका जा सके क्योंकि समाज जब तक जागरूक नहीं होगा, लोग जागरूक नहीं होंगे, इस तरह की घटनाएं नहीं रुकेंगी.
क्या था पूरा मामला?
बता दें कि बीते गुरुवार को जानीपुर थाना क्षेत्र में अपराधियों ने घर में घुसकर AIIMS के दो बच्चों को जिंदा जला दिया था. मृतक बच्चों का नाम अंजली और अंश था, जो तकरीबन 10 और 15 साल के थे. दोनों भाई-बहन थे और दोनों की मौत हो गई.
दोनों के पिता ललन गुप्ता सचिवालय में प्राइवेट काम करते हैं और मां AIIMS में गार्ड हैं, जो जानीपुर में रहते हैं. पुलिस ने कल भी बताया था कि तकनीकी तौर पर इसकी जांच की जाएगी क्योंकि आग लगाकर दोनों के जलने से हुई मौत के मामले में पुलिस को पहले से संदेह था.
पटना में भाई-बहन को जिंदा जलाने वाले मामले में चौंकाने वाला खुलासा, पुलिस का दावा- करीबी ही दोषी
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