पलवल जिले के दीघोट गांव में एक युवक द्वारा फर्जी तरीके से बुढ़ापा पेंशन बनवाने का मामला सामने आया है। आरोपी युवक फैमिली आईडी, आधार कार्ड, बैंक पासबुक और राशन कार्ड में हेरफेर कर कम उम्र के लोगों की बुढ़ापा पेंशन बनवाने के नाम पर प्रति व्यक्ति 25 से 40 हजार रुपए तक वसूल रहा था। सदर थाना प्रभारी मनोज कुमार के अनुसार दीघोट गांव के टीकाराम ने शिकायत दर्ज कराई है। फैमिली आईडी में आमदनी कम शिकायत में बताया गया कि गांव का अनिल नामक युवक अवैध रूप से बुढ़ापा पेंशन, राशन कार्ड और फैमिली आईडी में आमदनी कम दिखाने का काम करता है। आरोपी 45 वर्ष तक की उम्र के महिला-पुरुषों की भी बुढ़ापा पेंशन बनवा देता है। वह लोगों का आधार कार्ड और बैंक पासबुक लेकर दस्तावेजों में हेरफेर करता है। इसके लिए वह हर व्यक्ति से 25 से 40 हजार रुपए तक वसूलता है। उम्र बढ़ाकर बुढ़ापा पेंशन बनवाई शिकायतकर्ता का आरोप है कि अनिल के पास एक विशेष सॉफ्टवेयर है। जिसके माध्यम से वह यह सब करता है। आरोपी ने अपने 50 वर्षीय पिता पप्पू और 41 वर्षीय चाचा सुंदर की भी फर्जी तरीके से उम्र बढ़ाकर बुढ़ापा पेंशन बनवाई है। टीकाराम के अनुसार आरोपी ने गांव के सैकड़ों महिला-पुरुषों की इसी प्रकार फर्जी तरीके से उम्र बढ़ाकर पेंशन बनवाई है। कंप्यूटर और सामान की जांच की मांग पुलिस ने आरोपी युवक, उसके पिता और चाचा के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। टीकाराम ने अपनी शिकायत में कहा कि आरोपी के कंप्यूटर व अन्य सामान को कब्जे में लेकर उसकी जांच होनी चाहिए है और वर्ष 2023 से आज तक बनाई गई, बुढ़ापा पैंशन की भी जांच कराई जानी चाहिए, ताकि दूध का दूध व पानी का पानी हो सके। केस दर्ज कर जांच में जुटी पुलिस इससे पूर्व भी दीघोट गांव में कई केस फैमिली आईडी व आधार कार्ड से छेड़छाड़ करने के सदर थाना में दर्ज है। उनकी भी जांच होनी चाहिए कि वे किसने और कैसे किए है। सदर थाना पुलिस ने टीकाराम की शिकायत पर दीघोट गांव के अनिल, उसके पिता पप्पू व चाचा सुंदर के खिलाफ धोखाधड़ी सहित बीएनएस की धारा 318(4), 336(3), 338 व 340 के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पलवल में बुढ़ापा पेंशन बनवाने में फर्जीवाड़ा:कागजों में बढ़ाई उम्र, 25 से 40 हजार तक की वसूली
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