पलवल जिले में जेष्ठ माह के दशहरा पर्व पर एक दुखद घटना सामने आई। चांदहट थाना क्षेत्र की यमुना नदी में स्नान करते समय चार दोस्त डूबने लगे। मौके पर मौजूद लोगों ने तीन युवकों को बचा लिया, लेकिन 17 वर्षीय पुष्पेंद्र को नहीं बचाया जा सका। वहीं एक युवक का शव दो दिन बाद तलाश के दौरान मिला, जिसका पुलिस ने अस्पताल से पोस्टमॉर्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया है। तलाश में जुटी थी 5 सदस्यों की टीम जानकारी के अनुसार मीसा गांव के 17 वर्षीय मनीष, 16 वर्षीय विशाल, 17 वर्षीय पुष्पेंद्र और एक अन्य युवक यमुना में स्नान कर रहे थे। स्थानीय लोगों ने मनीष, विशाल और एक अन्य युवक को बचा लिया, पुष्पेंद्र का कोई सुराग नहीं मिला। चांदहट थाना प्रभारी मनोज कुमार ने बताया स्थानीय गोताखोरों ने युवक की तलाश की। बाद में गुरुग्राम से एसडीआरएफ की पांच सदस्यीय टीम को बुलाया गया। टीम ने पहले दिन शाम तक तलाश की। दशहरा पर्व पर नहाने गए थे अंधेरा होने के कारण अभियान रोकना पड़ा। अगले दिन सुबह से फिर तलाश शुरू की, दो दिन की मेहनत के बाद 6 जून की शाम को पुष्पेंद्र का शव बरामद कर लिया गया। यह घटना उस समय हुई, जब जेष्ठ माह के दशहरा पर्व पर चांदहट और हसनपुर थाना क्षेत्र में यमुना नदी में स्नान के लिए मेले का आयोजन किया गया था। इस मेले में दूर-दराज से लोग यमुना में स्नान करने आते हैं। पुलिस ने परिजनों को सौंपा शव एसडीआरएफ की टीम ने पुष्पेंद्र के शव को यमुना नदी से बाहर निकाला और चांदहट थाना पुलिस के हवाले कर दिया। चांदहट थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के बाद उसके परिजनों को सौंप दिया। जेष्ठ के दशहरा पर्व पर यमुना नदी के किनारे प्रति वर्ष मेले का आयोजन किया जाता है। चांदहट थाना क्षेत्र में रहीमपुर यमुना पुल के पास यह मेला लगता है। जिसमें महिला-पुरुष यमुना नदी में स्नान करने के बाद यहां बिकने वाले खरबूजा आदि खाते है और बच्चे खिलौने लेते है।
पलवल में यमुना में स्नान के दौरान डूबे चार दोस्त:17 साल के युवक का 2 दिन बाद मिला शव, तीन बाल-बाल बचे
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