पलवल में स्वास्थ्य मंत्री आरती राव ने सुनी शिकायतें:मौके पर समाधान किया, MLA और डीसी के बीच जलभराव पर हुई बहस

by Carbonmedia
()

पलवल के लघु सचिवालय में स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव की अध्यक्षता में ग्रीवेंस कमेटी की बैठक आयोजित की गई। बैठक में रखी गई 15 शिकायतों में से 12 का मौके पर ही समाधान किया गया। शेष तीन शिकायतों के समाधान के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए। बैठक के दौरान पृथला से कांग्रेस विधायक रघुवीर सिंह तेवतिया और अधिकारियों के बीच विधानसभा क्षेत्र की टूटी सड़कों और जलभराव के मुद्दे पर नोंक-झोंक हुई। विधायक ने पलवल-कलवाका सड़क मार्ग पर दूधौला गांव में घुटनों तक पानी जमा होने की बात कही। इस पर डीसी डॉ. हरीश कुमार वशिष्ठ ने लोक निर्माण विभाग के एक्सईएन से पूछा कि इतना पानी कहां से आ रहा है। डीसी के इस सवाल पर विधायक तेवतिया नाराज हो गए और कहा कि वे डीसी को मौके पर जलभराव दिखा सकते हैं और वे कभी झूठ नहीं बोलते। शिकायतकर्ता का बिजली बिल माफ किया
डीसी ने कहा कि वह मौका देखने के लिए तैयार हैं। विधायक ने जवाब दिया कि अधिकारी प्रोटोकॉल के अनुसार उनसे विश्राम गृह में आकर मिलें, तभी वे अपनी समस्या रखेंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि उनके काम नहीं होंगे तो विधानसभा प्रोटोकॉल समिति के सदस्य होने के नाते वे अधिकारियों को विधानसभा बुला सकते हैं। बैठक में मंत्री आरती सिंह राव ने आली ब्राह्मण गांव के महर्षि दुर्वासा की शराब के ठेके से संबंधित शिकायत पर कड़ा संज्ञान लिया। उन्होंने जिला आबकारी एवं कराधान विभाग के अधिकारियों को शराब का ठेका शिफ्ट करने के निर्देश दिए। इसके अलावा, खोकियाका गांव के प्रेम सिंह की शिकायत सुनकर मंत्री ने बिजली का बकाया बिल माफ करवाने का आश्वासन दिया। इस प्रकार बैठक में अधिकांश शिकायतों का निपटारा किया गया। इस दौरान विधायक सहित जिला लोक संपर्क एवं परिवाद समिति के सदस्यों ने भी अपने-अपने क्षेत्र से संबंधित शिकायतें स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव के समक्ष प्रस्तुत की, जिनके उचित समाधान के लिए मौके पर ही संबंधित अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए। भ्रष्टाचार के प्रति सरकार की नीति जीरो टोलरेंस की
स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव ने साफ कहा कि भ्रष्टाचार के प्रति सरकार की नीति जीरो टालरेंस की है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि कोई भी अधिकारी या कर्मचारी आमजन के अधिकारों का दुरुपयोग न करे और यदि करता है तो उसे तत्काल नियमानुसार कठोर कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ यह कार्रवाई, सरकार का सुशासन का संकल्प है। जनकल्याणकारी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन में पारदर्शिता, जवाबदेही और ईमानदारी सर्वोपरि है। किसी भी विभाग में भी स्तर पर भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बैठक में मुख्य रुप से होडल से भाजपा के विधायक हरेंद्र सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष विपिन बैंसला, ग्रीवेंस कमेटी के सदस्य प्रवीण ग्रोवर, एसपी वरुण सिंगला सहित सभी विभागों के अधिकारी एवं ग्रीवेंस कमेटी के सदस्य व शिकायतकर्ता मौजूद थे।

How useful was this post?

Click on a star to rate it!

Average rating / 5. Vote count:

No votes so far! Be the first to rate this post.

Related Articles

Leave a Comment