पलवल जिले के राजीव नगर में प्रधानमंत्री आवास योजना में फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है। सीएम फ्लाइंग फरीदाबाद टीम की जांच में पाया गया कि लाभार्थियों ने नगर परिषद अधिकारियों और सर्वे कंपनी के कर्मियों की मिलीभगत से फर्जीवाड़ा किया। मामले की शिकायत पर कैंप थाना पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पक्का मकान बनाने में मदद जानकारी के अनुसार राजीव नगर के सतीश कुमार की शिकायत पर जांच शुरू की गई। शिकायत में करुआ, शीला और नवीन पर दूसरों के निर्माणाधीन मकानों को अपना बताकर योजना का लाभ लेने का आरोप लगाया गया। सीएम फ्लाइंग के जांच अधिकारी शिवकुमार ने बताया कि 2015 में शुरू हुई योजना का उद्देश्य कम आय वाले शहरी नागरिकों को पक्का मकान बनाने में मदद करना था। दिल्ली की कंपनी को दी थी जिम्मेदारी याशी कंसल्टिंग सर्विस प्रा. लि., जयपुर को पात्र व्यक्तियों की पहचान का काम सौंपा गया था। जैकलान इंडिया लि. दिल्ली को जियो-टैगिंग फोटो अपलोड करने की जिम्मेदारी दी गई थी। जांच में पता चला कि करुआ के खाली प्लॉट की जगह 300 मीटर दूर किसी और के निर्माणाधीन मकान की फोटो अपलोड की गई। करुआ को दो किस्तों में 2 लाख रुपए का अनुदान मिला। शीला के मामले में उसके मकान की जगह 100 मीटर दूर कमलेश के प्लॉट की फोटो लगाई गई। फोटो में कमलेश खुद नजर आ रही थी। नगर परिषद ने नियुक्त किए थे पर्यवेक्षक नगर परिषद पलवल ने सत्येंद्र और विनोद गुप्ता को योजना पर्यवेक्षक नियुक्त किया था। इसी प्रकार नवीन का पक्का मकान पहले से ही बना हुआ था। वे इस योजना के लिए पात्र ही नहीं थे। फिर भी उन्होंने पहली किस्त के रूप में एक लाख रुपए का अनुदान प्राप्त कर लिया। केस दर्ज कर जांच में जुटी पुलिस सीएम फ्लाइंग की जांच में सामने आया कि मिलीभगत में याशी कंसल्टेंसी, जैकलान इंडिया के सर्वेयर अमित, सर्वेयर हरगोविंद शर्मा व सर्वेयर जितेंद्र तेवतिया कर्मचारी नगर परिषद पलवल, योजना पर्यवेक्षक सत्येंद्र कुमार व विनोद गुप्ता शामिल हो सकते है। कैंप थाना पुलिस ने सीएम फ्लाइंग के एएसआई शिव कुमार की शिकायत पर करुआ, शीला व नवीन के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
पलवल में PM आवास योजना में फर्जीवाड़ा:सीएम फ्लाइंग की रेड, दूसरों के मकानों की फोटो दिखाकर उठाया लाभ, तीन पर केस
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