जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी. इस हमले का बदला लेने के लिए भारतीय सेना ने 6-7 मई की रात को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया. इस ऑपरेशन में पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट किया गया. इस कार्रवाई में 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए.
सुरक्षा बलों ने पहलगाम हमले में शामिल तीन पाकिस्तानी आतंकियों के पोस्टर जारी किए थे, जिन पर 20 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था. इन 3 आतंकवादियों के नाम आसिफ फौजी, सुलेमान शाह और अबू तलहा थे. वहीं इन आतंकियों की जानकारी देने वालों की पहचान गोपनीय रखने का वादा किया गया था. यह हमला लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने किया था. इन आतंकियों की जानकारी देने वालों की पहचान गोपनीय रखने का वादा किया गया था.
सुरक्षाबलों ने सोमवार (28 जुलाई, 2025) को इन तीन आतंकियों में से 2 आतंकियों को मुठभेड़ में मार गिराया. इन आतंकियों में सुलेमान, यासिर और अली शामिल थे. इस ऑपरेशन को महादेव ऑपरेशन नाम दिया गया. हालांकि इसको लेकर सेना की ओर से अब तक कोई जानकारी नहीं दी गई है.
मौलाना मसूद अजहर का साला भी शामिल
ऑपरेशन सिंदूर में मारे गए प्रमुख आतंकियों में मोहम्मद यूसुफ अजहर उर्फ उस्ताद जी शामिल था, जो जैश-ए-मोहम्मद का कमांडर और मौलाना मसूद अजहर का साला था. वह 1998 के इंडियन एयरलाइंस फ्लाइट IC-814 अपहरण का मास्टरमाइंड था. उस पर भारत में कई आतंकी हमलों की साजिश रचने का आरोप था.
इसके अलावा, हाफिज मुहम्मद जमी, जो जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा था और मसूद अजहर का रिश्तेदार था, भी मारा गया. खालिद उर्फ अबू आकाशा, जो लश्कर-ए-तैयबा का सदस्य था और जम्मू-कश्मीर में कई हमलों में शामिल था, भी इस ऑपरेशन में ढेर हुआ. मोहम्मद हसन खान, जैश का ऑपरेशनल कमांडर, भी मारा गया.
ऑपरेशन सिंदूर में तबाह हुए 9 आतंकी ठिकानेऑपरेशन सिंदूर ने आतंकी संगठनों जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा को बड़ा झटका दिया. मुरिदके और बहावलपुर जैसे आतंकी ठिकानों को पूरी तरह तबाह कर दिया गया. यह कार्रवाई भारत की आतंकवाद के खिलाफ सख्त नीति को दिखाती है.
वहीं सोमवार (28 जुलाई, 2025) को संसद में राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारी सेनाओं की ओर से की गई प्लानिंग के साथ स्ट्राइक ने 9 आतंकी ठिकानों को पर हमला किया था. इस सैन्य कार्रवाई में एक अनुमान के अनुसार, करीब 100 से अधिक आतंकवादी, उनके प्रशिक्षक, हैंडलर और सहयोगी मारे गए हैं. इनमें से अधिकांश जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे आतंकी संगठनों से संबंधित थे. ये वही आतंकी संगठन हैं, जिन्हें पाकिस्तान की सेना और ISI का खुला समर्थन प्राप्त है.
ये भी पढ़ें:- ऑपरेशन महादेव: भारतीय सेना ने ले लिया बदला, पहलगाम हमले में शामिल आतंकी सुलेमान और यासिर ढेर
पहलगाम हमले के 3 आतंकी, जिनपर सरकार ने रखा था लाखों का इनाम, सुरक्षाबलों ने 2 को कर दिया ढेर
1