India Pakistan Conflict: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद लॉन्च किए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद से भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव लगातार बना हुआ है. हालांकि दोनों देशों के बीच सीजफायर है लेकिन इन सब के बीच विशेषज्ञों का कहना है कि पाकिस्तान फिर से भारत के साथ जंग कर सकता है और चीन उसका साथ देगा.
लेफ्टिनेंट जनरल एच एस पनाग (रिटायर्ड) ने दि प्रिंट के लिए लिखे एक लेख में कहा, “चीन लंबे समय से भारत का मुख्य विरोधी है और पाकिस्तान सिर्फ परेशान करने वाला एक मुल्क. चीन उसे अप्रत्यक्ष रूप से समर्थन देता रहा और अपने हथियार भी बेचता रहा. ऐसे में सोच के देखा जाए कि अगर चीन खुलकर पाकिस्तान का समर्थन करे तो क्या होगा?”
‘चीन के साथ मिलकर पाकिस्तान कर सकता है हमला’
उन्होंने आगे कहा, “पाकिस्तान पर तकनीकी रूप से भारी सैन्य बढ़त बनाने और चीन को टक्कर देने के लिए भारत की आर्म्ड फोर्स में परिवर्तन आज के समय की बहुत बड़ी जरूरत है, वो भी ऐसे संघर्ष के लिए जब दोनों विरोधी आपस में मिलीभगत कर रहे हों. चीन से मिली ताकत के बूते पाकिस्तान के साथ एक और संघर्ष की संभावना बहुत अधिक है. मेरा आकलन है कि इसमें कम से कम 5 से 10 साल लग सकते हैं.”
कैसे रोका जा सकेगा इस हमले को?
पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल ने लिखते हैं, “अगर भारत अपनी सैन्य ताकत और क्षमता को विकसित कर लेता है, जिससे कि वो पाकिस्तान को और ज्यादा जोरदार तरीके से हरा सके और साथ ही चीन को गतिरोध में डाल सकते तो इस संघर्ष को रोका जा सकता है. भारत को अपनी सशस्त्र सेनाओं में तेजी से बदलाव लाने के लिए अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति और आकस्मिक राष्ट्रीय रक्षा नीति को औपचारिक रूप देने की जरूरत है. इससे एक ऐसी सैन्य रणनीति का रास्ता खुलेगा जो संघर्ष के सभी पहलुओं से निपटने में सक्षम होगी.”