हरियाणा के पानीपत के गांव निजामपुर में खेत पर गए किसान की जलाने से हत्या कर दी गई। ये हत्या ट्राइडेंट कंपनी के लोगों ने की है। मामला, किसान की जमीन पर जबरन कब्जा करने को लेकर हुए विवाद से जुड़ा हुआ है। कंपनी के लोगों ने प्रशासन से अनेकों तरह के ऐसे दस्तावेज अपने नाम करवाए हैं, जिस पर 30 सालों से भी ज्यादा से मृतक किसान का कब्जा ही नहीं, बल्कि उसके नाम रजिस्ट्री व अन्य सभी दस्तावेज भी है। किसान इस जमीन पर काफी समय से खेती तक करता आ रहा है। ये सब होने के बावजूद किस तरह से कंपनी के नाम सब हो गया, इसकी जानकारी के लिए पानीपत के तहसीलदार वीरेंद्र कुमार से बातचीत की गई। तहसीलदार ने कहा कि ये मेरी जानकारी में नहीं है। बिना कोई दस्तावेज देखे कुछ भी नहीं कह सकता। कंपनी ने अपनी बिल्डिंग के फ्रंट के लिए उक्त 2 एकड़ जमीन पर अपना दावा किया है। इतना ही नहीं, जो जमीन कंपनी ने खरीदी हुई है, उस जमीन से वह रास्ता नहीं निकाल रहा है। इसके लिए भी वह किसानों की ही जमीन से विकल्प तलाश रहा है। परिवार के लोगों का आरोप है कि सबकुछ प्रशासन की मिलीभगत के साथ हो रहा है। दो नामजद पर हुआ केस दर्ज
सेक्टर 13-17 थाना पुलिस को दी शिकायत में रोहित ने बताया कि वह गांव निजामपुर का रहने वाला है। उनका ट्राइडेंट पार्क कंपनी के साथ हाईकोर्ट में जमीन व ट्यूबवैल का केस चला हुआ है। 2 जून को कंपनी के कर्मचारी रवि और रजन ने उनके ट्यूबवैल के कमरे व बोर को तहस-नहस कर दिया। रात करीब साढ़े 8 बजे उसके पिता बिजेंद्र खेत में गए तो उसे शक है कि उसके पिता को कंपनी के कर्मचारियों ने जलाकर मार डाला।
पानीपत में किसान की जलाकर हत्या का मामला:रजिस्ट्री तक होने के बाद प्राइडेंट कंपनी के नाम हुई जमीन; तहसीलदार बोलें- जानकारी नहीं है
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