भास्कर न्यूज | जालंधर इलैक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्रालय (एमईआईटीवाई), भारत सरकार ने आईके गुजराल पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी के लिए एक पोस्ट डॉक्टोरल फैलोशिप (पीडीएफ) और दो पोस्ट डॉक्टर फैलोशिप आवंटित की हैं। यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. सुशील मित्तल के मार्गदर्शन में यूनिवर्सिटी को वर्ष 2024-25 में भी विश्वेश्वरैया योजना के तहत दो पीएचडी फैलोशिप मिली हैं। मंत्रालय से फैलोशिप के लिए स्वीकृति पत्र प्राप्त करने के बाद कुलपति डॉ. सुशील मित्तल ने इस पहल की सफलता के लिए यूनिवर्सिटी के अनुसंधान एवं विकास विभाग को बधाई दी तथा पंजाब राज्य में अनुसंधान की गुणवत्ता को और मजबूत करने के लिए सहयोगात्मक प्रयास करने को प्रेरित किया। उन्होंने इस उपलब्धि के लिए डीन (आर एंड डी) प्रो. वाईएस बराड़, रजिस्ट्रार डॉ. नवदीपक संधू, डिप्टी डीन डॉ. राजीव कुमार बेदी और सहायक रजिस्ट्रार आर एंड डी डॉ. विवेक तलवार के प्रयासों की सराहना की, जो इस अवसर पर उपस्थित थे। विश्वेश्वरैया पीएचडी योजना इलेक्ट्रॉनिक्स एंड आईटी मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम डिजाइन एंड मैन्युफैक्चरिंग और आईटी/आईटी से जुड़ी सेवाओं के ज्ञान, शोध जैसे गहन क्षेत्रों में विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए देश में पीएचडी की संख्या बढ़ाने के उद्देश्य से शुरू की गई है। विश्वेश्वरैया पीएचडी योजना के दूसरे चरण को 9 वर्षों के लिए सरकार द्वारा 2021 में 481.93 करोड़ रुपए के बजट के साथ मंजूरी दी गई थी, जिसका उद्देश्य 1000 पूर्णकालिक पीएचडी उम्मीदवारों, 150 अंशकालिक पीएचडी उम्मीदवारों, 50 युवा संकाय अनुसंधान फैलोशिप एवं 225 पोस्ट-डॉक्टरल फैलोशिप का समर्थन करना था। डीन डॉ. बराड़ ने बताया कि एक पीडीएफ रसायन विज्ञान/सिविल इंजीनियरिंग विभाग को मंजूर किया गया है।
पीटीयू को मंजूर हुए पीएचडी फैलोशिप के लिए 84 लाख रुपए
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