अमेरिका ने भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लागू कर दिया है, जिसका असर मुरादाबाद के पीतल उद्योग पर सीधे पड़ रहा है. नए ऑर्डर आने रुक गए हैं और तैयार माल गोदामों में फंसा गया है निर्यात कारोबार को लेकर यहाँ के निर्यातकों में घबराहट और बेचैनी है. वह संकट के इस समय में सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं.
मुरादाबाद के निर्यातकों का कहना है कि अगर सरकार ने मदद नहीं की तो अरबों का कारोबार बंद हो जायेगा. मुरादाबाद में अधिकतर निर्यात फैक्ट्रियां बंद हो जाएंगी, लाखों लोग बेरोजगार हो जायेंगे. मुरादाबाद में आज बड़े निर्यातकों की एक मीटिंग हुई, जिसमे केंद्र सरकार से मुरादाबाद के निर्यातकों को राहत देने के मुद्दे पर चर्चा हुई है. मुरादाबाद के निर्यातकों का एक प्रतिनिधि मंडल केंद्र सरकार से मिलकर अपनी मांगे रखने वाला है.
इनकम टैक्स और GST में छूट देने की मांग
एबीपी न्यूज से दी हैंडी क्राफ्ट एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष और मुरादाबाद के सबसे बड़े निर्यातक सी एल गुप्ता एंड संस के मालिक अजय गुप्ता का कहना है कि यह संकट काफी बड़ा है. अमेरिका के बायर तो चाहते हैं कि वह हम से माल खरीदें लेकिन 50 प्रतिशत टैरिफ लग जाने से बहुत महंगा हो गया है, इसलिए वह टैरिफ के कम होने का इंतजार कर रहे हैं. एसोसिएशन के अध्यक्ष ने मांग की है कि जब तक टैरिफ कम नहीं होता है, तब तक हमें इनकम टैक्स और जीएसटी में छूट मिलनी चाहिए और बैंक का ब्याज भी कम होना चाहिए.
टैरिफ ज्यादा दिन चला तो दिवालिया हो जाएंगी कंपनियां
दी हैंडी क्राफ्ट एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन के सचिव और मुरादाबाद के प्रसिद्ध निर्यातक सतपाल बताते हैं कि पहले जो आइटम हम 02 डॉलर का बेचते थे, उस पर बायर अपना 65 प्रतिशत मुनाफ़ा जोड़ कर आगे बेचता था. मगर अब जब 50 प्रतिशत टैरिफ लग गया है, तब भी वह अपना 65 प्रतिशत मुनाफा जोड़े हुए है तो अब वह आइटम दोगुने से भी अधिक महंगा हो जाने से बिक नहीं पायेगा. अब खतरा यह है की अगर ये टैरिफ अगर ज्यादा दिन चला तो बहुत सी कम्पनियाँ दिवालिया हो जाएँगी.
दो लाख लोग हो जाएंगे बेरोजगार
सतपाल ने यह भी कहा कि हमारे जो माल जा चुका हैं उसका पेमेंट भी आने में अब हमें डर लग रहा है. अगर ऐसा ही रहा तो अगले महीने से हम अपनी लेबर में छटनी शुरू कर देंगे जिस से दो लाख आदमी बेरोजगार हो जायेंगे, इससे 8 से 10 लाख लोग प्रभावित होंगे.
इसलिए सरकार को समय रहते तुरंत हमारी मदद करनी चाहिए. कम से कम केंद्र सरकार को अभी पहले चरण में हमें 13 प्रतिशत की मदद दे देनी चाहिए जो वह तुरंत दे भी सकती है. इसके अलावा निर्यात प्रोत्साहन के लिए सरकार हमें 20 प्रतिशत की मदद अगर दे दे तो हम अमेरिका के टैरिफ का मुकाबला बाज़ार में कर सकते हैं.
मुरादाबाद के सभी पीतल निर्यातकों का कहना है कि अगर सरकार ने फौरी तौर पर इस समस्या का कोई समाधान नहीं निकाला तो बहुत देर हो जाएगी और फिर अमेरिका के बाज़ार पर दूसरे देशों के निर्यातक कब्ज़ा कर लेंगे. इसलिए सरकार को तुरंत निर्यातकों की मदद करनी चाहिए और टैरिफ कम करने के लिए अमेरिका से बात करनी चाहिए.
पीतल कारोबार पर अमेरिका के 50 प्रतिशत टैरिफ का असर, निर्यातकों ने सरकार से की बड़ी मांग
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