हरियाणा के कैथल जिले के पूंडरी में एक अनूठी तपस्या चल रही है। यहां के मां भद्रकाली मंदिर में साध्वी सरस्वती पूरी पंचाग्नि तपस्या कर रही हैं। यह तपस्या 7 मई से 16 जून तक चलेगी। साध्वी पांच अग्नि कुंडों के बीच बैठकर तपस्या करती हैं। वे गांव की सुख-शांति के लिए यह कठिन तप कर रही हैं। दूर-दूर से पहुंच रहे श्रद्धालु पूंडरी में इन दिनों तापमान 42 डिग्री से ऊपर दर्ज किया जा रहा है। साध्वी दोपहर में सूर्य सिर पर होने पर तपस्या शुरू करती हैं। इस अनूठी तपस्या को देखने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। दर्शन करने आए श्रद्धालुओं राहुल और सोमवती ने बताया कि साध्वी सरस्वती पूरी की यह तपस्या 41 दिन तक चलेगी। पंचाग्नि तपस्या को हिंदू धर्म में सबसे कठिन तपस्याओं में से एक माना जाता है। साध्वी भी चर्चा का केंद्र बनी जानकारी के लिए बता दे कि यह सबसे बुजुर्ग साध्वी है। इन दिनों हरियाणा में अलग अलग साधु संत तपस्या पर बैठ रहे है। कोई 16 साल की साध्वी तो कोई नौजवान साधु। उन सब के बीच यह साध्वी भी चर्चा का केंद्र बनी हुई है। सबसे उम्रदराज साध्वी 41 दिन तक पांच अग्नि कुंडों के बीच रहेगी।
पूंडरी में अग्नि कुंडों के बीच बुजुर्ग साध्वी की तपस्या:42 डिग्री तापमान में 41 दिन का तप, सुख-शांति की कामना
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