पूर्व डिप्टी CM दुष्यंत की JJP का युवा जोड़ो अभियान:छोटे भाई दिग्विजय संभाल रहे कमान; 9 जिलों का टारगेट पूरा, अब तीन जिले निशाने पर

by Carbonmedia
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हरियाणा के पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला की पार्टी विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद अब फिर से सूबे में संगठन को खड़ा करने में जुटी हुई है। युवाओं को जोड़ने की जिम्मेदारी पार्टी की ओर से पूर्व डिप्टी सीएम के छोटे भाई दिग्विजय चौटाला को दी गई है। इसको लेकर वे युवाओं को जननायक जनता पार्टी से जोड़ने के मिशन पर हरियाणा भर के दौरे पर निकले हैं। अब तक उन्होंने 9 जिलों का दौरा करके फर्स्ट फेज का काम पूरा कर लिया है। अब तीन नए जिलों में वह जल्द दौरा करने वाले हैं। पार्टी ने अभियान का नया शेड्यूल जारी किया जेजेपी पार्टी की ओर से द्वारा ‘युवा जोड़ो अभियान’ के आगामी कार्यक्रम जारी कर दिया गया है। दिग्विजय चौटाला 16 जुलाई को जींद, 17 जुलाई को सोनीपत और 18 जुलाई को रोहतक जिले में युवाओं से संवाद करेंगे। इससे पहले 9 जिलों में कैथल, अंबाला, पानीपत, सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी, दादरी और महेंद्रगढ़ में दिग्विजय चौटाला सफल कार्यक्रम कर चुके है। इस दौरान बड़ी संख्या में युवा जेजेपी ज्वाइन करके पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर रहे है। दिग्विजय चौटाला सभी 22 जिलों और 90 हलकों में यह कार्यक्रम करने के उपरांत जेजेपी का एक मजबूत युवा संगठन तैयार करेंगे और मेहनती युवाओं को महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां सौंपेंगे। अभियान के दौरान मुद्दे उठा रहे जेजेपी युवा प्रदेश अध्यक्ष दिग्विजय सिंह चौटाला हर जिले के हर विधानसभा क्षेत्र में जाकर हलका स्तर पर युवाओं से संवाद कर रहे हैं। जनहित से जुड़े तमाम महत्वपूर्ण मुद्दों को लेकर सरकार पर बेबाकी से सवाल उठाकर जवाब मांग रहे हैं। दिग्विजय ने बदहाल कानून व्यवस्था, एचएयू छात्र आंदोलन, बिजली दामों में बढ़ोतरी, युवाओं-कर्मचारियों से वादाखिलाफी, खराब सीईटी आवेदन व्यवस्था, रद्द हो रही भर्तियां, बढ़ती बेरोजगारी, बढ़ता नशा और हावी हो रही अफसरशाही जैसे अनेक अहम मुद्दों को उठाकर सरकार की घेराबंदी की है। विधानसभा चुनाव में एक भी सीट नहीं जीत पाई जजपा साल 2019 के विधानसभा चुनाव में 10 सीटें जीतकर उपमुख्यमंत्री बनने वाले दुष्यंत चौटाला की जेजेपी 2024 के विधानसभा चुनाव तक आते-आते आकर बिखर सी गई थी। दुष्यंत के सात विधायक विधानसभा चुनाव से ठीक पहले जेजेपी का साथ छोड़कर बीजेपी और कांग्रेस में शामिल हो गए थे। ऐसे में जेजेपी ने दलित नेता चंद्रशेखर आजाद की आजाद समाज पार्टी के साथ गठबंधन किया था। जेजेपी राज्य की 69 और आजाद समाज पार्टी 16 सीटों पर चुनाव लड़ा। हालांकि विधानसभा चुनाव में जजपा और चंद्रशेखर आजाद की पार्टी का एक भी उम्मीदवार अपना खाता तक नहीं खोल पाई थी।

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