भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) के युवा प्रदेश अध्यक्ष विक्रम कसाना ने पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक को राष्ट्रीय सम्मान नहीं दिए जाने पर केंद्र सरकार की आलोचना की है। कैथल के चीका में जिला उपाध्यक्ष केवल सिंह सिद्धू के निवास पर आयोजित बैठक में उन्होंने यह बात कही। कसाना ने कहा कि सत्यपाल मलिक एक ईमानदार और किसान हितैषी नेता थे। उन्होंने बतौर छात्र नेता राजनीति में शुरुआत की। जिसके बाद विधायक, सांसद, केंद्रीय मंत्री और पांच राज्यों के राज्यपाल तक का सफर तय किया। हरियाणा और पंजाब के किसानों के लिए उन्होंने खुलकर आवाज उठाई। ईमानदार राजनीतिक विरासत के लिए बड़ी क्षति भाकियू नेता ने आरोप लगाया कि मलिक को केवल इसलिए उपेक्षित किया गया, क्योंकि वह किसान समाज से थे। सत्ता को उनका सच कभी रास नहीं आया। उनका जाना किसान, समाज और देश की ईमानदार राजनीतिक विरासत के लिए बड़ी क्षति है। उन्होंने बताया कि, 18 अगस्त को जगाधरी में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जाएगा। इससे पहले सदरेड़ी, टटियाना, भागल, बदसूई और पीडल सहित कई गांवों में किसानों से श्रद्धांजलि सभा में पहुंचने की अपील की गई। बैठक में प्रदेश उपाध्यक्ष सुभाष भागल, जरनैल सिंह जैली, गुरबचन हरिगढ़, किनदर चीका, गुरपाल गगडपूर और भीम खनौदा समेत कई किसान मौजूद थे।
पूर्व राज्यपाल को राष्ट्रीय सम्मान ना मिलने से किसान नाराज:पूंडरी में भाकियू नेता ने की केंद्र की आलोचना, 18 को जगाधरी में श्रद्धांजलि सभा
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