हिसार के हांसी स्थित जाट धर्मशाला में रविवार को पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के सम्मान में श्रद्धांजलि समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ एडवोकेट अजीत सिंह मलिक ने की। आर्य समाज के स्वामी रामानंद ने सानिध्य प्रदान किया। श्रद्धांजलि सभा में अनेक वक्ताओं ने पूर्व राज्यपाल को ईमानदार, देशभक्त और सर्वसमाज के सर्वमान्य नेता बताया। वक्ताओं में स्वामी रामानंद, किसान नेता एवं पूनिया खाप के प्रधान शमशेर सिंह नंबरदार, किसान नेता अशोक मुजादपुर और हांसी के फतेह सिंह गुर्जर शामिल थे। सभी ने कहा कि मलिक ने अपने जीवन में कभी भी सिद्धांतों और मूल्यों से समझौता नहीं किया। सत्यपाल मलिक को बताया महापुरुष उन्होंने बताया कि विधायक, सांसद, केंद्रीय मंत्री और राज्यपाल के रूप में उन्होंने हमेशा जनहित को प्राथमिकता दी। उनकी स्पष्टवादिता और बेबाक अंदाज उन्हें अलग पहचान देता था। वक्ताओं ने कहा कि कई सदियों में ही मलिक जैसे महापुरुष जन्म लेते हैं। केंद्र सरकार के खिलाफ प्रस्ताव पारित समारोह में सर्वसम्मति से केंद्र सरकार के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया गया। प्रस्ताव में कहा गया कि मलिक को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार न करना दुर्भाग्यपूर्ण है। साथ ही यह निर्णय लिया गया कि 14 अगस्त को हिसार में विभिन्न संगठनों के सहयोग से एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम की शुरुआत हवन के साथ हुई। उपस्थित गणमान्यों ने आहुति डालकर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। इस अवसर पर सेवानिवृत्त एपीआरओ भाल सिंह मलिक, कृष्ण अनीपुरा, महावीर मुजादपुर, डॉ. सुलतान सिंह समेत विभिन्न गांवों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक को हांसी में श्रद्धांजलि:केंद्र सरकार के खिलाफ प्रस्ताव पारित, 14 अगस्त को विभिन्न संगठन होंगे इकट्ठा
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