UP News: उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. यहां बेटा-बहु और सास के शव एक ही कमरे से बरामद हुए जबकि छह साल का मासूम सही सलामत था. इसे आत्महत्या माना जा रहा है. फ़िलहाल पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज परिजनों से पूछताछ शुरू कर दी है.
दरअसल लीलापुर थाना क्षेत्र के सगरा सुंदरपुर बाजार की ये घटना है. यहां एक ही बेड पर 28 वर्षीय दुकानदार अंकित पटवा, उनकी 24 वर्षीय पत्नी रिया, और 48 वर्षीय मां आशा के शव मिले उनके बीच 6 माह का मासूम बच्चा खेल रहा था, जबकि 80 वर्षीय नानी यशोदा देवी नीचे सो रही थीं.
दुकान न खुलने से हुआ शक
सुबह जब अंकित की कॉस्मेटिक दुकान नहीं खुली और घर से कोई आहट नहीं आई, तो पड़ोसियों ने यशोदा को जगाया. यशोदा ने ऊपरी मंजिल पर जाकर दरवाजा खटखटाया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. पड़ोसियों ने दरवाजा तोड़ा तो बेड पर तीन शव और बीच में मासूम बच्चा दिखा. बच्चे के रोने की आवाज ने लोगों का ध्यान खींचा था. सूचना मिलते ही SP डॉ. अनिल कुमार, ASP संजय राय, और CO रामसूरत सोनकर मौके पर पहुंचे.
आत्महत्या या साजिश?
प्रारंभिक जांच में अंकित की नाक से खून निकलने की बात सामने आई, लेकिन शवों पर चोट के निशान नहीं मिले. पुलिस आत्महत्या और साजिश दोनों दृष्टिकोणों से जांच कर रही है. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में जहर से मौत की पुष्टि हुई है, लेकिन विश्लेषण के लिए विसरा सुरक्षित रखा गया है. पुलिस जमीन विवाद, सूदखोरी या किसी दबाव की संभावना पर गौर कर रही है.
जानकारी के मुताबिक आशा की शादी रायबरेली में हुई थी, लेकिन तलाक के बाद वह मायके में अपनी मां यशोदा और बेटे अंकित के साथ रह रही थीं. डेढ़ साल पहले अंकित की शादी रिया से हुई थी, और उनका 6 माह का बेटा था. परिवार वरणसी-लखनऊ हाईवे पर सगरा सुंदरपुर बाजार में रहता था.
पुलिस ने शुरू की जांच
ASP संजय राय ने बताया कि कई टीमें घटना के विभिन्न पहलुओं की जांच कर रही हैं. बड़ा सवाल यह है कि क्या परिवार किसी जमीन विवाद या सूदखोरी के दबाव में था? क्या उन्हें धमकी मिल रही थी? इसको लेकर इलाके में चर्चाओं का बाजार गर्म है.
प्रतापगढ़ में दिल दहला देने वाला सुसाइड केस, कमरे में मिला बेटे-बहू और सास की शव
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