प्रदेश में क्लोन सफेदा पर मंत्री की पूर्ण पाबंदी:वन विभाग ने किसानों की मांग पर डाली थी रिक्वेस्ट, सीएम के पास पहुंचा

by Carbonmedia
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प्रदेशभर में क्लोन सफेदा लगाने पर पर्यावरण मंत्री राव नरबीर सिंह ने पूर्ण रूप से पाबंदी लगा दी है। इसको लेकर वन विभाग अधिकारियों की मंत्री के साथ वीसी के माध्यम से मीटिंग हुई थी, उसमें इस विषय पर चर्चा हुई। इस पर मंत्री राव नरबीर ने दो टूक में साफ कह दिया कि अब क्लोन सफेदा नहीं लगेगा। इस बारे में किसी किसान ने भी सीएम को शिकायत की हुई थी और मांग की थी भूजल पहले ही कम होता जा रहा है। इसलिए यह क्लोन सफेदा लगाने पर रोक लगे। इस बारे में वन विभाग की ओर किसानों की मांग पर इस विषय पर पुन: विचार के लिए अंतिम रिक्वेस्ट डाली थी। हालांकि, सिरसा के नाथुसरी और डबवाली सहित कुछ एरिया ऐसा है, जहां पर सेम की जमीन है और क्लोन सफेदा लगाए बिना वहां पर खेती या फसल ही नहीं उगाई जा सकती। ऐसे में इन किसानों को बड़ा झटका लगा। इन एरिया में काफी किसानों की मांग थी और हर रोज विभाग के पास कार्यालय में 15 से 20 किसान पहुंचते हैं। इस बार इन किसानों में क्लोन सफेदा लगाने की डिमांड थी। मगर अब नहीं लग पाएगा। कुछ गांवों में भूजल का स्तर लगातार गिर रहा है तो ऐसे में उनको फायदा होगा। मगर बाकी किसानों को अब अपने स्तर पर ही क्लोन सफेदा लगवाना पड़ेगा। अब टेंडर भी किया स्थगित मंत्री ने वीसी में यह भी आदेश दिया कि जहां-जहां पर क्लोन सफेदा लगाया जाना था, उसे बंद कर दिया जाए और टेंडर भी स्थगित कर दिया जाए। अगर किसी ने पौधे खरीद रखे हैं तो वह अपनी अतिरिक्त व्यवस्था करे। इस बारे में वन विभाग ने भी ठेकेदार को अवगत करवा दिया है कि बाकी बचे हुए पौधे वापस ले या उनको कहीं अपने स्तर पर प्रबंध करे। विभाग द्वारा कोई क्लोन सफेदा नहीं लगाया जाना है। अब तक जो पौधे लगे है, उसी अनुसार राशि दे दी जाएगी। पहला लेटर 7 जुलाई को हुआ था जारी यह पौधे सेम वाले एरिया में लगने थे, ताकि सेम खत्म हो और पौधे लगने से एक हरियाली बढ़े और जमीन में बुवाई हो सके। इस बारे में पहले 7 जुलाई को लेटर जारी किया था, फाइनल अब मीटिंग में हो गया। पिछले साल 2 लाख 20 हजार ही पौधे लगे थे। इस बार 8 लाख पौधे लगाने का टारगेट दिया था। वहीं, वन विभाग सिरसा से डीएफओ सतीश कुमार के अनुसार अब क्लोन सफेदे लगाने पर पूर्ण रोक लगा दी है। हमन टेंडर के बारे में भी ठेकेदार को अवगत करवा दिया है। घग्गर बेल्ट व सेम एरिया में लगने थे विभाग के अनुसार, यह सफेदे के पौधे घग्गर नदी के आसपास तटेबंध वाली जगह, डबवाली में रत्ताखेड़ा, ऐलनाबाद, महाराणा, लुदेसर के गांव में खाली जमीन लगने थे। जैसे ग्राम पंचायत की जगह, खाली जगह या प्लॉट आदि। अब नहीं लग पाएंगे। इन गांवों में तटबंध टून वाली जगह पर ज्यादा खतरा है कुछ गांव के किसानों ने खेत भी खाली करवा लिए, ताकि समय से सफेदे लग सकें। ऐलनाबाद व इसके पास गांव दडबा आदि में सफेदे लगाने काे जमीन खाली छोड़ रखी है। अब पौधे नहीं पाएंगे। एक पौधे पर 10 से 15 रुपए खर्चा कमेटी के अनुसार, एक पौधा लगाने पर करीब 10 से 15 रुपए खर्च आना था। एक एकड़ में करीब 666 पौधे लगते हैं। इसके तहत एजेंसी ही किसान के खेत में जाकर सफेदे लगवा लिए। सरकार की ओर से एजेंसी को यह काम दिया हुआ था। यह किसानों के लिए चिंता का विषय है, क्योंकि अब सफेदे लगवाने वाला कोई नहीं है।

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