प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वडोदरा रोडशो में कर्नल सोफिया कुरैशी का परिवार भी पहुंचा था. उनका परिवार पीएम मोदी से मिलकर बेहद खुश है. कर्नल सोफिया कुरैशी की बहन शायना कुरैशी ने पीएम मोदी से मिलने का अपना अनुभव शेयर किया और कहा कि प्रधानमंत्री के चेहरे पर जो तेज है, वो हर किसी के चेहरे पर नहीं होता. उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के लिए भी पीएम मोदी की तारीफ की और कहा कि ऐसा फैसला लेना हर किसी के बस की बात नहीं है.
शायना कुरैशी ने बताया कि पीएम नरेंद्र मोदी से मिलकर उन्हें बहुत अच्छा लगा. उन्होंने कहा कि ये बहुत बड़े सम्मान की बात है कि वह प्रधानमंत्री से मिलीं क्योंकि ऐसा हर किसी के नसीब में भी नहीं होता है. शायना कुरैशी ने कहा कि सबसे बड़ी बात तो प्रधानमंत्री मोदी के फेस पर जो तेज था, जो नूर था, वो अलग ही दिख रहा था. उन्होंने कहा कि जब पीएम मोदी यहां से निकले तो जय-जयकार के नारे लग रहे थे और देशभक्ति हमारे अंदर से निकल रही थी. वो किसी को बोलने की जरूरत नहीं थी.
शायना कुरैशी ने कहा, ‘मोदी जी के फेस पर जो तेज है, जो औरा है वो हर किसी में नहीं होता, वो अलग ही था. जो उन्हें देख लेगा न, उन्हें ही पता लगेगा. मतलब प्रधानमंत्री की जो एक छवि होती है न, वैसा ही था और मैं बहुत रिस्पेक्ट करती हूं और ये मेरे लिए सम्मान है कि मुझे माननीय प्रधानमंत्री से मिलने का और उनसे रूबरू होने का मौका मिला.'
शायना कुरैशी का कहना है कि नारी सशक्तिकरण के लिए पीएम मोदी ने कितना कुछ किया है, जिसकी वजह से आज महिलाएं कहां पहुंच गई हैं. उन्होंने कहा कि वह और उनका परिवार प्रधानमंत्री मोदी से मिलना चाहते थे और उन्हें रोडशो में आने और पीएम मोदी से मिलने का इनविटेशन भी मिल गया. उन्होंने कहा कि जब मोदी जी वहां आए तो पूरी लहर ही अलग थी, वो माहौल, वो जज्बा अलग ही था.
शायना कुरैशी ने कहा, ‘पीएम मोदी ने जो ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया, जिस सटीकता के साथ लॉन्च किया, वो हर कोई नहीं कर सकता. उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर का जो फैसला लिया, वो वही प्राइम मिनिस्टर ले सकता है, जिसमें वो जज्बा और क्वालिटी हो. बिना किसी को नुकसान पहुंचाए, आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया और हमारे देश में कोई डर ही नहीं था क्योंकि लोगों को पता था कि हमारे साथ मोदी जी खड़े हैं.'
कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर शायना ने कहा, ‘हम दोनों जुडवा बहनें हैं और बहुत क्लोज हैं. मुझे बहुत अच्छा लगता है जब लोग कहते हैं कि कर्नल सोफिया कुरैशी की बहन है. मुझे भी वर्दी पहननी थी, मैं भी आर्मी में जाना चाहती थी, लेकिन मेरा सेलेक्शन हुआ नहीं.'