फतेहगढ़ साहिब में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता सुधारने के लिए डिप्टी कमिश्नर डॉ. सोना थिंद ने गुरुवार को जिला स्वास्थ्य समिति की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में उन्होंने कई महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए। डिप्टी कमिश्नर ने आदेश दिया कि जिले के सभी निजी नशा मुक्ति केंद्रों की जांच की जाए। मरीजों को दी जा रही दवाओं की पूरी रिपोर्ट तैयार कर प्रशासन को सौंपी जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि नशे के खिलाफ जमीनी स्तर पर ठोस कार्रवाई की जाएगी। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। डॉ. थिंद ने कहा कि नशा मुक्ति केंद्रों में इलाज करवा रहे लोगों को योग और खेलों से जोड़ा जाए। इससे वे मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ होकर समाज की मुख्यधारा में लौट सकेंगे। उन्होंने खेल विभाग की मदद से एक कोच की नियुक्ति करने का निर्देश दिया। साथ ही मरीजों से इलाज के बाद भी निरंतर संपर्क बनाए रखने को कहा। रैबीज के इंजैक्शन फ्री में लगेंगे
एक महत्वपूर्ण फैसले के तहत अब जिले के 20 आम आदमी क्लीनिकों में कुत्तों या अन्य जानवरों के काटने पर मुफ्त टीके लगाए जाएंगे। इससे गरीब और दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। खाद्य सुरक्षा के लिए उन्होंने अधिकारियों को दुकानों और स्टॉलों की निरंतर जांच करने को कहा। यदि किसी खाद्य सामग्री में मिलावट पाई जाती है तो संबंधित दुकानदार पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने दवा विक्रेताओं की भी जांच करने और अनियमितता पाए जाने पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
फतेहगढ़ साहिब में नशा मुक्ति केंद्रों की जांच होगी:डीसी बोलीं- मुफ्त लगेंगे रैबीज के इंजेक्शन, खाद्य पदार्थों में मिलावट की जांच करें
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