फतेहाबाद की साइबर थाना पुलिस ने राजस्थान के अलवर जिले से एक नाबालिग सहित तीन लोगों को जेल विभाग के क्लर्क से ठगी के मामले में पकड़ा है। पकड़े गए आरोपियों में एक नाबालिग है जबकि दो अलवर जिले के राजगढ़ क्षेत्र के बगीची का बास के निवासी रवि कुमार सैनी व कमलेश कुमार सैनी हैं। नाबालिग को कोर्ट ने जमानत दे दी जबकि अन्य दोनों आरोपियों को पुलिस रिमांड पर सौंपा गया है। आरोपियों के पास से एक मोबाइल व 500 रुपए की नकदी भी बरामद हुई है। साइबर थाना फतेहाबाद प्रभारी इंस्पेक्टर सतीश ने बताया कि पुलिस ने 21 मई को गांव नाढोड़ी निवासी जेल विभाग पंचकुला में क्लर्क गुरसेवक सिंह की शिकायत पर केस दर्ज किया था। 18 मई को उसके मोबाइल नंबर पर वॉट्सऐप कॉल आई। कॉल करने वाले ने कहा कि अगर वह ट्रेडिंग करना चाहता है तो वह उसको अच्छा प्रोफिट दिला सकता है। इस पर उसने ट्रेडिंग करने के लिए हां कर दी। इसके बाद उसे एक यूपीआई आईडी दी और उस पर ट्रेडिंग शुरू करने के लिए 88 हजार 805 रुपए भेजने को कहा। पैसे ट्रांसफर होने के बाद नंबर कर दिया ब्लॉक गुरसेवक ने बताया कि उसने अपने गूगल-पे नंबर से 88 हजार 805 रुपए बताई गई यूपीआई आईडी पर ट्रांसफर कर दिए। गुरसेवक ने कहा कि इसके बाद जब उसने उक्त नंबर पर कॉल की तो न तो उसका फोन उठाया और न ही उसे कोई जवाब दिया बल्कि उसका नंबर भी ब्लाक कर दिया। इसके बाद उसे अपने साथ हुए फ्रॉड का पता चला। अब करीब सवा महीने बाद पुलिस आरोपियों तक पहुंच पाई।
फतेहाबाद पुलिस ने अलवर से पकड़े तीन आरोपी:जेल विभाग पंचकुला के क्लर्क से की थी ठगी, तीनों के खातों में डला पैसा
5