फतेहाबाद में अंतरजातीय विवाह मामले में महंत शुक्राईनाथ के आरोप:बोले-150-200 लोगों को मिले सजा; इन लोगों ने गरीब परिवार से अन्याय किया

by Carbonmedia
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फतेहाबाद जिले के गांव ढाणी भोजराज में अंतरजातीय विवाह के मामले को लेकर चल रहे विवाद में कोथ डेरे के पूर्व गद्दीनशीन महंत शुक्राईनाथ भी कूद गए हैं। महंत शुक्राईनाथ ने फेसबुक पर वीडियो जारी कर ढाणी भोजराज के कुछ लोगों पर आरोप लगाए। शुक्राईनाथ ने कहा कि ढाणी भोजराज के 150-200 लोगों को सजा मिलनी चाहिए, जिन्होंने गरीब परिवार के साथ अन्याय किया था। शुक्राईनाथ ने दावा कि वह इनको सजा दिलाने के लिए चौकी इंचार्ज से लेकर डीजीपी तक से मिलेंगे। शुक्राईनाथ का आरोप है कि ढाणी भोजराज के कुछ लोगों ने एक गरीब परिवार का हुक्का-पानी बंद करवा कर उनके साथ अन्याय किया है। उस गरीब परिवार को इन लोगों ने परेशान करना शुरू कर दिया। दुकानों से राशन लेने से भी मना करवा दिया। उस परिवार ने कानून का सहारा लिया तो इन लोगों ने कहा कि हमने ऐसा कोई फैसला नहीं लिया। जब कानून का लठ चला तो इन्हीं लोगों की गृहिणियां डीएसपी दफ्तर जाकर बोलती हैं कि हुक्का पानी बंद किया गया था। ये लोग अपनी ही बातों में फंस रहे हैं। 10 लाख रुपए चंदा इकट्‌ठा किया शुक्राईनाथ ने कहा कि ऐसे लोग षड्यंत्र करके सामाजिक ताना बाना तोड़ने का काम कर रहे हैं। इन लोगों ने गांव में 10 लाख रुपए चंदा एकत्रित किया। उस चंदे को भी खा गए। कुछ पैसा साइन करके लिखित में डीएसपी दफ्तर में उनके रीडर को देकर आए। जिस अधिकारी ने इनकी मदद की, उसके साथ भी छल किया। अब हरियाणा सरकार, फतेहाबाद के चौकी इंचार्ज, एसएचओ व डीजीपी तक संपर्क करेंगे और उनसे मिलेंगे। उस अंतरजातीय विवाह मामले में गरीब परिवार के साथ अन्याय किया, उसके दोषियों को सजा मिलनी चाहिए। यह था पूरा मामला दरअसल, 31 जनवरी 2025 को गांव ढाणी भोजराज निवासी युवक-युवती घर से भाग गए थे। दोनों ने 4 फरवरी को अंतरजातीय विवाह कर लिया। युवक एससी कैटेगरी से जबकि युवती जनरल कैटेगरी से है। इस मामले में पुलिस ने पहले तीन दुकानदारों को पकड़ा। इसके बाद दुकानदारों की गिरफ्तारी से नाराज लोगों ने रोड जाम कर दिया गया। पुलिस ने मामले में 15 फरवरी को गांव के 9 लोगों को नामजद करते हुए 50 अन्य के खिलाफ भी एससी/एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया था। पहले इस मामले की जांच डीएसपी जयपाल सिंह को दी गई, लेकिन बाद में जांच अधिकारी डीएसपी संजय बिश्नोई को बना दिया गया। आरोप है कि डीएसपी ने पैसे लेकर मामले को रफा-दफा करने का प्रयास किया। इस मामले में भूना निवासी नरेश सोनी ने डीएसपी संजय बिश्नोई पर 10 लाख रुपए की अवैध वसूली के आरोप लगाते हुए एंटी करप्शन ब्यूरो के एडीजीपी को शिकायत भेजी। मामले में डीएसपी के रीडर की ऑडियो भी वायरल हुई। अब मामले में रीडर पर हिसार के एंटी करप्शन ब्यूरो थाने में केस भी दर्ज किया गया है।

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