फतेहाबाद में कांग्रेस MLA जरनैल का दुग्गल पर जुबानी पलटवार:सुनीता को बताया काली जुबान वाली; बोले-उसकी बददुआ से मुझे हार्ट अटैक आया

by Carbonmedia
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रतिया से कांग्रेस के विधायक जरनैल सिंह ने पूर्व सांसद और बीजेपी नेत्री सुनीता दुग्गल को काली जुबान वाला बताया है। पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा समर्थक जरनैल सिंह ने रतिया में मीडिया से बातचीत में कहा कि सुनीता दुग्गल की बददुआ के कारण ही उन्हें दो महीने पहले हार्ट अटैक आ गया था। सुनीता दुग्गल ने 21 हजार से ज्यादा वोटों से हारने के बाद अपने दफ्तर में जाकर स्पीच दी थी। उस स्पीच में कहा था कि बाई इलेक्शन होगा, यह तो मरेगा। यह बद्दुआ उसने काली जुबान वाली ने दी थी। मेरे ऊपर तो परमात्मा, गुरु नानक देव, गुरु गोबिंद सिंह का आशीर्वाद है, जिससे मैं बच गया। काली जुबान तो पत्थर भी फाड़ देती है। गौरतलब है कि एक दिन पहले ही रतिया विधानसभा क्षेत्र के दौरे पर आई पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल ने विधायक जरनैल सिंह पर टिप्पणी की थी। इस टिप्पणी के अगले ही दिन विधायक जरनैल सिंह मैदान में नजर आए हैं। वह नगरपालिका पार्षदों के धरने पर पहुंचे और तालाबंदी कर उनका समर्थन किया। जरनैल सिंह के लिए यह कहा था सुनीता दुग्गल ने…. पूर्व सांसद और रतिया से अक्टूबर 2024 में भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ चुकी सुनीता दुग्गल ने गुरुवार को मीडिया से बातचीत में कहा था कि रतिया के विधायक कहीं नजर नहीं आते हैं। उनके तो गुमशुदा के इश्तिहार लगाने चाहिए। पता करना चाहिए कि वह कहां गायब है। वो 21 हजार से ज्यादा वोटों से जीते हैं। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार व सीएम नायब सैनी की तो कांग्रेस के विधायक भी प्रशंसा कर रहे हैं। वे कह रहे हैं कि ऐसा सीएम नहीं देखा जो बिना भेदभाव काम कर रहे हैं। जब उनकी पार्टी के लोग ही यह बात कह रहे हैं, तो रतिया के विधायक लोगों को बरगलाएं नहीं। लोगों के वोटों को डकार कर कुंभकर्ण की नींद ना सो जाएं। उनको बाहर निकल कर देखना चाहिए कि कहां पर क्या समस्या है। सरकार न होने की बात कहना उनकी सिर्फ बहानेबाजी है। लोगों के वोट लेकर, विधायक बनकर अब कुंभकर्ण की नींद कहां सो रहे हैं, मुझे मालूम नहीं है। दो बार रतिया से विधानसभा चुनाव हार चुकी दुग्गल सुनीता दुग्गल दो बार रतिया से विधानसभा चुनाव हार चुकी है। साल 2014 में आईआरएस की नौकरी छोड़कर भाजपा में शामिल हुई सुनीता दुग्गल को 2014 के विधानसभा चुनाव में रतिया से टिकट दी गई थी। मगर वह तत्कालीन इनेलो प्रत्याशी रविंद्र बलियाला से मात्र 453 वोटों से हार गई थी। उस चुनाव में रविंद्र बलियाला को 50,905 वोट जबकि सुनीता दुग्गल को 50,452 वोट मिले थे। दूसरा विधानसभा चुनाव दुग्गल ने अक्टूबर 2024 में रतिया सीट से लड़ा। इस चुनाव में भाजपा से सुनीता दुग्गल और कांग्रेस से जरनैल सिंह मैदान में थे। जरनैल सिंह को 86 हजार 426 जबकि सुनीता दुग्गल को 64 हजार 984 वोट मिले थे। जरनैल सिंह ने दुग्गल को 21 हजार 442 वोटों से हराया था। यह फतेहाबाद जिले में भाजपा की सबसे बड़ी हार थी।

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