फतेहाबाद जिले के गांव मल्लड़ व ढाणी ठोबा के बीच मुंशीवाली माइनर तीन जगह से टूट गई। नहर टूटने के कारण 100 एकड़ से ज्यादा में पानी भर गया। इस कारण किसानों की परेशानी बढ़ गई। गुरुवार रात को 2 बजे नहर टूटने के बाद सिंचाई विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे। 9 घंटे बाद भी नहर को पाटने का काम पूरा नहीं हो सका है। लगातार पानी खेतों में जा रहा है। इससे किसानों की चिंता और बढ़ गई। इसी बीच एसडीओ के समाधान शिविर की रिव्यू मीटिंग में जाने और जेई के भी वहां से चले जाने से किसानों में रोष बढ़ गया। तीन महीने बाद परसों ही आया था माइनर में पानी ग्रामीण सुरेश कुमार, राजेश कुमार, रवि कुमार आदि ने बताया कि पिछले तीन महीनों से नहर बंद थी। साइफन बनाने के कारण पानी सप्लाई बंद की हुई थी। तीन महीने के बाद परसों बुधवार को ही पानी छोड़ा गया था। पानी छोड़ने के अगले दिन ही रात में नहर टूट गई है। अधिकारियों ने जहां नहर टूटी, वहां काम शुरू करवाया तो पीछे दो जगह से और टूट गई। इसका कारण लगातार किसानों के खेतों में पानी जा रहा है। सिंचाई विभाग ने नहर को पाटने के लिए पर्याप्त व्यवस्था नहीं की है। एक्सईएन बोले- शाम तक करवा देंगे दुरुस्त सिंचाई विभाग के एक्सईएन एनके भोला ने दैनिक भास्कर से बातचीत में कहा कि मुंशीवाली नहर टूटी है। नहर को पाटने का काम चल रहा है। नहर ज्यादा बड़ी नहीं है। शाम तक इसको दुरुस्त करने का काम पूरा हो जाएगा।
फतेहाबाद में टूटी नहर, 100 एकड़ जमीन हुई जलमग्न:लगातार खेतों में बह रहा पानी, 9 घंटे बाद भी नहीं ठीक कर सके
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