फतेहाबाद जिले के भूना शहर में नगरपालिका की हाउस मीटिंग को लेकर विवाद हो गया। चेयरपर्सन ने सोमवार सुबह 11 बजे मीटिंग बुलाई। इसकी सूचना कई पार्षदों को रविवार शाम को दी गई। इस पर आपत्ति जताते हुए नगरपालिका के वाइस चेयरमैन और भाजपा समर्थित पार्षदों ने मीटिंग कैंसिल करने की डिमांड कर दी। वाइस चेयरमैन ने यह भी तर्क दिया कि सोमवार को ही जाखल में बीजेपी की जिला कार्यकारिणी मीटिंग है। उसमें भी उन्हें जाना है। मगर चेयरपर्सन ने मीटिंग कैंसिल नहीं की और मात्र सात पार्षदों के साथ मीटिंग की। जानकारी के अनुसार, नगरपालिका चेयरपर्सन अपर्णा पसरीजा ने हाउस की मीटिंग बुलाने के लिए सचिव को निर्देश दिए। मगर वाइस चेयरमैन ने मीटिंग कैंसिल करने के लिए लिखित में डिमांड दी। उनके द्वारा दिए गए डिमांड पत्र पर 10 पार्षदों के साइन थे। मगर चेयरपर्सन ने मीटिंग कैंसिल करने से इनकार कर दिया। इस कारण सचिव को मीटिंग रखनी पड़ी। ये रहे मीटिंग में मौजूद मीटिंग में चेयरपर्सन के अतिरिक्त वार्ड नंबर 2 के पार्षद रोहताश जांगड़ा, वार्ड नंबर 4 के पार्षद अमन बाबा, वार्ड नंबर 7 के पार्षद रामनिवास, वार्ड नंबर 8 की पार्षद पूजा छोकरा, वार्ड नंबर 11 की पार्षद शीला देवी, वार्ड नंबर 14 के पार्षद प्रकाश कुमार मौजूद रहे। इनके साथ चेयरपर्सन ने शहर के विकास कार्यों से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा की। ये पार्षद चले गए जाखल वाइस चेयरमैन एवं वार्ड नंबर 1 के पार्षद नरेंद्र बागड़ी, वार्ड नंबर 3 से पार्षद कृष्णा सोनी, वार्ड नंबर 5 से सुमित कुमार, वार्ड नंबर 6 से भगवंती देवी, वार्ड नंबर 9 से सुशील सोनी, वार्ड नंबर 10 से रोहताश कुमार गोयल, वार्ड नंबर 12 से राहुल दहिया, वार्ड नंबर 13 से कविता भुक्कल, वार्ड नंबर 15 से सुमन शर्मा और दो मनोनीत पार्षद पूनम सिंगला व जम्मू कंबोज जाखल में बीजेपी की जिला कार्यकारिणी मीटिंग में भाग लेने चले गए। इस कारण वे हाउस की मीटिंग में मौजूद नहीं रह सके। मनोनीत पार्षदों की शपथ भी नहीं हो सकी इसी बैठक में मनोनीत पार्षदों को शपथ भी दिलाई जानी थी। हाल ही में प्रदेश सरकार की ओर से पूनम सिंगला और जम्मू कंबोज को मनोनीत पार्षद बनाया गया था। पूनम सिंगला भाजपा की जिला सचिव भी हैं। जानिए… क्या है भूना नगरपालिका में स्थिति…. निर्दलीय जीती थी चेयरपर्सन भूना नगरपालिका की चेयरपर्सन अपर्णा पसरीजा निर्दलीय जीती थी। बाद में उन्होंने भाजपा को समर्थन दे दिया था। मगर विधानसभा चुनाव के दौरान उन्होंने दीपेंद्र सिंह हुड्डा की मौजूदगी में कांग्रेस को समर्थन दे दिया। इसके बाद भाजपा सरकार प्रदेश में बन गई। ऐसे में भाजपा के साथ उनके रिश्तों में खटास आ गई। भाजपा समर्थित हैं वाइस चेयरमैन वाइस चेयरमैन नरेंद्र बागड़ी भाजपा समर्थित हैं। उन्हें पूर्व विधायक दुड़ाराम का खास माना जाता है। चुनाव के बाद उन्हें पार्षदों की ओर से सहमति से चुना गया था। ऐसे में पार्षदों के बीच गुटबाजी और खींचतान चलती रहती है। जो ऐसे मौकों पर सार्वजनिक भी हो जाती है।
फतेहाबाद में नगरपालिका मीटिंग को लेकर विवाद:वाइस चेयरमैन ने कैंसिल करने की डिमांड रखी; चेयरपर्सन ने 7 पार्षदों के साथ की बैठक
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