पंजाब के फरीदकोट में आज यानी शनिवार को एक महीने बाद युवक का अंतिम संस्कार किया गया। जिले के गांव पक्का नंबर एक निवासी 22 वर्षीय आकाशदीप सिंह ने करीब एक माह पहले कनाडा में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। लंबे इंतजार के बाद उसका शव कनाडा से शनिवार को गांव पहुंचा। इस मौके पर क्षेत्र की विभिन्न राजनीतिक, सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों समेत हजारों लोगों ने नम आंखों से आकाशदीप को अंतिम विदाई दी। परिवार के अनुसार, 2 साल पहले स्टडी वीजा पर कनाडा गया आकाशदीप, बाकी नौजवानों की तरह पढ़ाई के साथ-साथ अपना खर्च चलाने के लिए वहां पर काम भी कर रहा था। कुछ माह पहले उसका काम छूट गया था, जिसके चलते वह कनाडा वाले घर का किराया भी अदा नहीं कर पाया था। ऐसे विकट हालात के बावजूद उसने अपनी स्थिति के बारे में परिवार को जानकारी नहीं दी और उसने कनाडा में घर के गैराज में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। मृतक के पिता बोहड़ सिंह ने कहा कि खुदकुशी से एक दिन पहले भी उसने परिवार से बात की थी। उसने किसी तरह के मानसिक तनाव की कोई जानकारी नहीं दी और ना ही कनाडा रहते रिश्तेदारों को अपने हालात से अवगत करवाया। शव लाने के लिए खर्च करने पड़े लाखों रुपए-पंथक नेता
पंथक नेता बाबा मनप्रीत सिंह खालसा ने कहा कि इस नौजवान को परिवार ने 25-30 लाख खर्च कर कनाडा भेजा और अब उसकी मृतक देह लाने के लिए भी 20-25 लाख खर्च करने पड़े है। उन्होंने शव लाने में परिवार की आर्थिक मदद करने वाले लोगों का आभार जताया। इस मौके पर अकाली नेता व जिला परिषद के पूर्व चेयरमैन कुलतार सिंह बराड़ ने कहा कि विदेशों में अपने ही लोगों द्वारा नौजवानों का शोषण किया जा रहा है जोकि बेहद चिंता का विषय है। आकाशदीप जैसे नौजवानों को विदेश की धरती पर स्टैंड होने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही है और कई बार वह हार कर खुदकुशी जैसा कदम उठा लेते है।
फरीदकोट में एक महीने बाद युवक का अंतिम संस्कार:कनाडा में की थी खुदकुशी, नौकरी छूट जाने से परेशान था
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