पंजाब के फरीदकोट में आज कर्मचारियों ने खजाना कार्यालय के सामने धरना दिया। पंजाब सरकार की बिलों की अदायगी पर लगाई गई रोक को लेकर प्रदर्शन करते हुए वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा का पुतला फूंका और नारेबाजी की। इसमें जिले के सरकारी कर्मचारी और पेंशनर्स संगठन शामिल थे। इस मौके पर पंजाब पेंशनर्स यूनियन के राज्य महासचिव प्रेम चावला, जिला फरीदकोट के अध्यक्ष कुलवंत सिंह चानी समेत अन्य वक्ताओं ने पंजाब सरकार पर आरोप लगाया कि एक तरफ पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पंजाब में जीएसटी राजस्व में बढ़ोतरी के दावे कर रहे हैं। दूसरी तरफ सरकार पर कर्ज का बोझ दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। हाल ही में पंजाब सरकार ने आरबीआई से 8500 करोड़ रुपए का एक और कर्ज मंजूर करवाया है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा भुगतान पर अघोषित प्रतिबंधों के कारण पंजाब के खजाना कार्यालयों में कर्मचारियों और पेंशनरों के विभिन्न बकाए लंबित हैं, जबकि पंजाब सरकार के वित्त विभाग ने 18 फरवरी, 2025 को एक अधिसूचना जारी करके 1 जनवरी, 2016 से 30 जून, 2021 के बीच विभिन्न विभागों से सेवानिवृत्त हुए पेंशनरों को संशोधित छुट्टी नकदीकरण का एक चौथाई भुगतान अप्रैल 2025 के महीने में करने का आदेश दिया था। सरकार ने छठे वेतन आयोग के सभी बकाए रोक रखे है-प्रेम चावला
पेंशनर्ज नेता प्रेम चावला ने कहा कि पंजाब सरकार ने छठे वेतन आयोग के सभी बकाए रोक रखे हैं, 13 प्रतिशत की दर से चार किश्तें लंबित हैं, वेतन आयोग द्वारा अनुशंसित 2.59 प्रतिशत लागू नहीं किया जा रहा है, पुरानी पेंशन योजना बहाल नहीं की जा रही है। ठेका और आउटसोर्स कर्मचारियों को नियमित नहीं किया जा रहा। सीएम कर्मचारियों और पेंशनरों के साथ बातचीत के दरवाजे बंद कर दिए हैं। प्रदर्शन के बाद पंजाब के सीएम और पंजाब के वित्त मंत्री को संबोधित एक ज्ञापन फरीदकोट की जिला खजाना अधिकारी वीरपाल कौर को सौंपा गया। साथ ही 9 जुलाई को मोदी सरकार के खिलाफ देशव्यापी प्रदर्शन में शामिल होने की घोषणा की गई।
फरीदकोट में कर्मचारियों ने वित्तमंत्री चीमा का पुतला फूंका:खजाना कार्यालय के सामने धरना दिया, बिलों की अदायगी पर रोकने का विरोध
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