पंजाब में फरीदकोट की नई अनाज मंडी में कूड़े के ढेर में मेडिकल वेस्ट और एक्सपायरी दवाइयां फेंके जाने का मामला सामने आया है। सिविल सर्जन ने जांच के आदेश जारी कर दिए हैं और एसएमओ और ड्रग इंस्पेक्टर के नेतृत्व में टीम गठित कर दी है। टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी। जानकारी के अनुसार नई अनाज मंडी में कूड़े के ढेर में मेडिकल वेस्ट व एक्सपायरी दवाइयां पड़ी हुई थीं। जब इसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग तक पहुंची तो विभाग ने मामले की जांच शुरू कर दी। यहां से टीम को एक्सपायर हो चुकी दवाइयों के साथ-साथ कुछ पर्चियां और दवाइयों के बिल भी मिले हैं। इस मेडिकल कॉलेज के बिल बिल बाबा फरीद मेडिकल यूनिवर्सिटी के अधीन गुरु गोबिंद सिंह मेडिकल कॉलेज अस्पताल से संबंधित हैं। संदेह है कि इन एक्सपायर हो चुकी दवाइयों और मेडिकल कचरे का निपटान मेडिकल कॉलेज अस्पताल द्वारा किया गया होगा। समय पर दवाएं वितरित नहीं की बताया जा रहा है कि कूड़े में फेंकी गई अधिकांश दवाइयां सरकारी अस्पतालों में जरूरतमंद मरीजों को मुफ्त दी जानी होती हैं और इन्हें समय पर वितरित न किए जाने के कारण अस्पताल द्वारा इन एक्सपायर हो चुकी दवाओं को कूड़े में फेंक दिया गया है। सिविल सर्जन डॉ. चंद्रशेखर कक्कड़ ने एसएमओ डॉ. परमजीत सिंह बराड़ और ड्रग इंस्पेक्टर की अगुआई में जांच टीम बनाई। जिसमें 2 फार्मासिस्ट भी शामिल किए गए हैं। टीम ने मौके पर पहुंच कर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों के साथ साथ सिविल प्रशासन और मंडी बोर्ड के अधिकारियों को भी बुलाया। दवाओं के साथ मेडिकल वेस्ट मिला इस मामले पर टीम के प्रमुख और सिविल अस्पताल के एसएमओ डॉ. परमजीत सिंह बराड़ ने बताया कि यहां से एक्सपायर दवाओं के साथ साथ मेडिकल वेस्ट मिला है और मेडिकल कॉलेज अस्पताल की पर्चियां व बिल भी बरामद हुए है। उन्होंने कहा कि इस मामले की गहनता से जांच की जाएगा और जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
फरीदकोट में कूड़े के ढेर से मिली एक्सपायर दवाएं:अस्पताल की पर्चियां और बिल भी बरामद, जांच में जुटा स्वास्थ्य विभाग
5