पंजाब के फरीदकोट में ठाकुर दुयारा मंदिर के पीछे से करीब 80 वर्ष पुराने नीम के पेड़ को अवैध रूप से काटने का मामला सामने आया है। इस मामले की जानकारी मिलने के बाद वातावरण प्रेमी संस्था सीर सोसाइटी और जल जीवन बचाओ मोर्चा के पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे और इस पूरे मामले की पुलिस को शिकायत दी। जानकारी के अनुसार संस्था सीर सोसाइटी के सदस्यों ने रविवार सुबह देखा कि कुछ लोग ठाकुर दुयारा के पीछे लगे नीम के पेड़ को काट रहे हैं। उनके पास यहां के एक गुरुद्वारा साहिब की ट्रैक्टर ट्रॉली भी थी। उन्होंने गुरुद्वारा साहिब के प्रबंधक से बात की और उन्हें ऐसा करने से रोक दिया। लौटने पर कटा मिला पेड़ कुछ देर बाद जब वह दोबारा वहां पहुंचे तो लगभग सारा पेड़ काटा जा चुका था, जिसके बाद उन्होंने इसका विरोध किया। उन्होंने मौके पर ही वन विभाग व नगर काउंसिल के अधिकारियों से फोन पर बात की। जिससे पुष्टि हुई कि इस पेड़ को काटने के लिए कोई अनुमति नहीं ली गई थी, जिसके बाद उन्होंने इस मामले में पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई अधिकारियों की मिलीभगत से कट रहे पेड़ इस मौके पर सीर सोसाइटी के सदस्य संदीप अरोड़ा और जल जीवन बचाओ मोर्चा के सदस्य शंकर शर्मा ने कहा कि अधिकारियों की मिलीभगत से पुराने पेड़ों की कटाई की जा रही है। कुछ समय पहले नहरों की पटरी से दर्जनों पुराने पेड़ काटे गए और अब लक्कड़ माफिया शहर तक पहुंच चुका है। मौके पर पहुंची पुलिस उन्होंने कहा कि इस पेड़ से किसी को कोई परेशानी नहीं थी जिसे गैर कानूनी ढंग से असमाजिक तत्वों ने काट दिया है। यदि कार्रवाई नहीं हुई तो वे संघर्ष करने को मजबूर होंगे। इस मामले में मौके पर पहुंचे थाना सिटी के एएसआई चमकौर सिंह ने बताया कि पुलिस ने स्थिति का मुआयना किया है और जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
फरीदकोट में 80 साल पुराना पेड़ काटने से विवाद:पर्यावरण प्रेमियों ने जताया रोष, बोले-अधिकारियों की मिलीभगत से हो रही कटाई
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