फरीदाबाद पुलिस ने गुजरात के अहमदाबाद साइबर ठग को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने व्यक्ति को कॉल करने वाले ने खुद को कस्टम अधिकारी बताया और 25 लाख 40 हजार रुपए की ठगी की गई। पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर कार्रवाई की। जानकारी के अनुसार 29 नवम्बर 2024 को पीड़ित को एक फोन कॉल आया। जिसमें कॉल करने वाले ने खुद को कस्टम अधिकारी बताते हुए कहा कि पीड़ित के नाम से मलेशिया एक पार्सल भेजा जा रहा है। कॉल करने वाले ने दावा किया कि उस पार्सल में 16 फर्जी पासपोर्ट, 140 ग्राम एमडीएमए ड्रग और 58 एटीएम कार्ड पाए गए हैं। आधार कार्ड नंबर और फोटो की मांग की पीड़ित ने इस तरह का कोई पार्सल भेजने से इनकार किया तो कॉलर ने उसे एक कथित सीबीआई अधिकारी से बात करवाई, जो खुद को मुंबई से बता रहा था। उस व्यक्ति ने आधार कार्ड नंबर और फोटो की मांग की और कहा कि मामले में पहले से मुकदमा दर्ज है, लेकिन यदि वह चाहता है कि मामला यहीं समाप्त हो जाए तो उसे वरिष्ठ अधिकारी से बात करनी होगी। 25 लाख 40 हजार रुपए की मांग की इसके बाद वॉट्सऐप वीडियो कॉल के माध्यम से एक व्यक्ति ने खुद को उच्च अधिकारी बताते हुए गिरफ्तारी का डर दिखाया और मामला निपटाने के लिए 25 लाख 40 हजार रुपए की मांग की। गिरफ्तारी के डर से पीड़ित ने ठगों द्वारा दिए गए खाते में पूरी रकम ट्रांसफर कर दी। ठगी के 5 लाख रुपए खाते में मिले शिकायत मिलने के बाद साइबर थाना सेंट्रल की टीम ने तत्परता से जांच शुरू की और गुजरात के अहमदाबाद स्थित सुखा नन्द अपार्टमेंट निवासी आरोपी रितिन दलिप वनारसे को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस प्रवक्ता यशपाल सिंह ने बताया कि आरोपी महज़ 12वीं पास है और अपने पिता के प्रिंटिंग प्रेस के काम में हाथ बंटाता है। जांच में सामने आया कि आरोपी ने अपना बैंक खाता ठगों को दे रखा था, जिसमें ठगी के 5 लाख रुपए जमा किए गए थे। 7 दिन के पुलिस रिमांड पर आरोपी फिलहाल आरोपी को 7 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है ताकि उससे पूछताछ कर गिरोह के अन्य सदस्यों तक पहुंचा जा सके। पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि यह गिरोह कितने लोगों को इसी तरह शिकार बना चुका है और इनकी जड़ें कितनी दूर फैली हुई हैं।
फरीदाबाद पुलिस ने अहमदाबाद से साइबर ठग पकड़ा:व्यक्ति से 25.40 लाख रुपए ठगे, फर्जी कस्टम और CBI अफसर बनकर डराया
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