फरीदाबाद में जेल प्रशासन की बड़ी चूक:पॉक्सो केस का आरोपी दूसरे व्यक्ति की जमानत पर रिहा, 4 साल से था बंद

by Carbonmedia
()

फरीदाबाद जिले के नीमका स्थित जिला कारागार में एक ऐसा मामला सामने आया है। जिसमें जेल प्रशासन की कार्यप्रणाली और सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पॉस्को एक्ट जैसे संगीन अपराध में बंद विचाराधीन कैदी नीतीश कुमार पांडे को किसी और व्यक्ति के जमानती कागजों पर जेल से रिहा कर दिया गया। खुलासा तब हुआ, जब असली जमानती बंदी के वकील ने जेल प्रशासन से अपने मुवक्किल की रिहाई की जानकारी लेनी चाही। क्या है पूरा मामला नीतीश कुमार पांडे मूलरूप से बिहार के पटना जिले के पालीगंज थाना अंतर्गत कल्याणपुर गांव का रहने वाला है, वर्ष 2021 से पॉक्सो और अन्य गंभीर धाराओं के तहत फरीदाबाद की नीमका जेल में बंद था। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार वह बल्लभगढ़ के राजीव कॉलोनी में परिवार संग रह रहा था। वहीं 25 मई 2025 को ओल्ड फरीदाबाद के शास्त्री कॉलोनी के एक अन्य युवक नीतेश कुमार को मारपीट के मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। अगले दिन 26 मई को उसे कोर्ट से जमानत मिल गई, लेकिन चौंकाने वाली बात यह रही कि नीतेश कुमार की जगह जेल से नीतीश कुमार पांडे को रिहा कर दिया गया, जो कि एक गंभीर अपराध में 4 साल से बंद था। केवल नाम से नहीं होती रिहाई मामले पर वकील रविंद्र नागर ने बताया कि जेल से कैदी की रिहाई केवल नाम से नहीं होती। कैदी का नाम, पिता का नाम, उम्र, हुलिया, फोटो और फिंगरप्रिंट सब कुछ मिलाया जाता है। ऐसे में कैसे संभव है कि एक गंभीर अपराध में बंद कैदी को किसी और के कागजों पर छोड़ा जाए। फरार आरोपी की तलाश जारी जेल अधीक्षक की ओर से बल्लभगढ़ सदर थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है। FIR के आधार पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और फरार नीतीश कुमार पांडे की तलाश जारी है। पुलिस सूत्रों के अनुसार CCTV फुटेज, रजिस्टर एंट्री और बायोमेट्रिक डेटा की जांच की जा रही है। कई सुरक्षा चक्रों के बावजूद चूक कैसे हुई – कोर्ट से जमानत आदेश का सत्यापन। – FIR नंबर और कैदी रिकॉर्ड का मिलान। – बायोमेट्रिक (फिंगरप्रिंट और फोटो) जांच। – जेल अधीक्षक की स्वीकृति। मामले की जांच के आदेश जारी वही मामले पर जेल डिप्टी सुपरीन्टेंडेंट विक्रम ने पूरे मामले की जांच के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि इसमें जिस किसी की भी गलती है, उसकी जांच की जाएगा और यह पता लगाया जाएगा कि ऐसा क्यों हुआ और कैसे हुआ।

How useful was this post?

Click on a star to rate it!

Average rating / 5. Vote count:

No votes so far! Be the first to rate this post.

Related Articles

Leave a Comment