फरीदाबाद में पंचायत ने समाज से दहेज प्रथा, नशाखोरी, डीजे, मृत्यु भोज और निरक्षरता जैसी कुरीतियों को समाप्त करने का आज संकल्प लिया गया। झाड़सेंतली गांव में डागर पाल की पंचायत ने यह फैसला लिया है। इस मौके पर डागर पाल के सभी पंच मौजूद रहे और गांव पहुंचने पर पहलवान किशनलाल और अन्य ग्रामीणों द्वारा पंचों का पारंपरिक तरीके से पगड़ी पहनाकर स्वागत किया गया। प्रधान धर्मबीर मिंडकोला ने पंचायत में कहा कि आज समाज में दहेज रूपी दानव हमारी बेटियों को निगल रहा है, वहीं युवाओं में नशे की बढ़ती लत आने वाली पीढ़ी को बर्बादी की ओर ले जा रही है। उन्होंने कहा कि अब शादियों में डीजे और फिजूल खर्च को पूरी तरह से बंद किया जाएगा और मृत्यु भोज जैसी परंपराओं पर रोक लगाई जाएगी, ताकि समाज में आर्थिक और सामाजिक समानता कायम हो सके। उन्होंने आगे कहा कि यह मुहिम पहले डागर पाल के 16 गांवों में शुरू की जाएगी और फिर पूरे हरियाणा की 52 पालों को जोड़कर इस अभियान को राज्यव्यापी स्तर पर ले जाया जाएगा। पंचायत ने यह भी तय किया कि समाज में शिक्षा को बढ़ावा दिया जाएगा और निरक्षरता को पूरी तरह से खत्म करने की दिशा में काम होगा। इस सामाजिक पहल को लेकर गांववासियों ने भी पूरा समर्थन जताया और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए एकजुट होकर काम करने का संकल्प लिया। यह पंचायत समाज सुधार की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
फरीदाबाद में डीजे और मृत्युभोज पर रोक:पंचायत का फैसला, बोले- बेटियों को निगल रहा दहेज, नशा युवाओं को बर्बाद कर रहा
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