फरीदाबाद में भाभी की हत्या में शामिल ननद गिरफ्तार:पिता -भाई गड्ढे में दबा रहे थे लाश, बाहर खड़ी होकर की निगरानी , पति अभी फरार

by Carbonmedia
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हरियाणा में फरीदाबाद के रोशन नगर में अपनी भाभी की हत्या में शामिल आरोपी ननद काजल को क्राइम ब्रांच डीएलएफ ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उसको कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है। अभी इस मामले में आरोपी पति पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। ननद हत्या की साजिश में रही शामिल रोशन नगर में 21 अप्रैल की रात को 2 बजे 23 साल की विवाहिता तन्नु की उसके ससुर भूप सिंह ने रेप करने के बाद चुन्नी से गला घोंट कर हत्या कर दी थी। भूप सिंह ने तन्नु के पति अरूण सिंह के साथ मिलकर उसकी लाश को घर के बार खोदे गए 5 फिट गहरे गड्ढे में दबा दिया था। जब तन्नु के शव को दबाया जा रहा था उस समय काजल निगरानी रखने का काम कर रही थी। पुलिस इस हत्याकांड में काजल से पहले तन्नु के ससुर भूप सिंह और सास सोनिया को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। जबकि आरोपी पति अरूण अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। 2 साल पहले हुई थी शादी उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले की रहने वाली युवती (23) की शादी 21 जून 2023 में फरीदाबाद के रोशन नगर में रहने वाले कपड़ा व्यापारी अरुण सिंह से हुई। अरुण का परिवार भी मूल रूप से उत्तर प्रदेश के मैनपुरी का रहने वाला है। परिवार में अरुण के अलावा उसका पिता भूप सिंह, मां सोनिया और बहन काजल है। शादी के 2 साल बाद भी अरुण और विवाहिता के कोई औलाद नहीं थी। शादी के 3 महीने बाद ही मायके चली गई पुलिस के मुताबिक ससुराल वाले शादी के बाद से ही विवाहिता को मायके से पैसे लाने के लिए कहते थे। इस वजह से पति-पत्नी में अनबन रहने लगी। रिश्ते इस कदर बिगड़े की तलाक की नौबत आ गई। सितंबर, 2023 में ही विवाहिता वापस अपने मायके आ गई। अक्टूबर 2024 तक वह मायके में ही रही। इसके बाद दोनों पक्षों की पंचायत हुई। जिसमें सहमति के बाद विवाहिता वापस फरीदाबाद आ गई। शादी में 15 लाख खर्चा हुआ था, 5 लाख के गहने दिए थे विवाहिता के घर लौटने के बाद भी झगड़ा कम होने के बजाय और बढ़ गया। तब यह तय हो गया कि अरुण और उसकी पत्नी का तलाक हो जाएगा। इसी बीच अरुण के पिता भूप सिंह को यह डर सताने लगा कि अगर कानूनी तौर पर तलाक हुआ तो बहू को शादी में हुआ खर्च और गहने लौटाने होंगे, जिसकी कीमत करीब 20 लाख है। इसके अलावा एलुमनी यानी गुजारा भत्ता भी देना पड़ सकता है। इसके बाद ससुर ने पत्नी सोनिया, बेटे अरुण और बेटी काजल के साथ मिलकर हत्या की प्लानिंग की। ससुर ने सास को शादी में भेजा, नींद की गोलियां मिलाकर बेसुध किया 15 अप्रैल को हत्या की प्लानिंग फाइनल हो गई। इसी दिन आरोपी ससुर भूप सिंह ने पत्नी सोनिया को भांजी की शादी में उत्तर प्रदेश के एटा भेज दिया। फिर घर के बाहर सीवरेज के बहाने गड्‌ढा खुदवा दिया। पूरी तैयारी होने के बाद 21 अप्रैल को विवाहिता को खाने में नींद की गोलियां खिला दीं। इसके बाद वह अपने बेडरूम में सोने के लिए गई और बेसुध होकर लेट गई। पति ग्राउंड फ्लोर पर, ननद कमरे में, ससुर ने रेप कर गला घोंटा प्लानिंग के हिसाब से विवाहिता का पति अरुण ग्राउंड फ्लोर वाले कमरे में चला गया। अरुण की बहन काजल भी अपने कमरे में जाकर लेट गई। हत्या ससुर भूप सिंह को करनी थी। इसके लिए वह रात 2 बजे बहू के कमरे में पहुंचा। उस वक्त विवाहिता बेसुध थी। यह देखकर ससुर भूप सिंह ने बेसुध हालत में ही पहले बहू का रेप किया, फिर चुन्नी से उसका गला घोंट दिया। विवाहिता ने जब दम तोड़ दिया तो ससुर ने बेटे और बेटी को बुलाया। ननद निगरानी करती रही, सास–पति ने लाश गड्‌ढे में दफनाई इसके बाद वह आसपास के लोगों के सो जाने का इंतजार करने लगे। तड़के करीब 4 बजे उन्हें मौका मिला। पहले बहन काजल बाहर खड़ी हो गई। वह नजर रखने लगी कि कोई आ या जा न रहा हो, ताकि कोई उन्हें लाश दबाते न देख ले। बहन का इशारा मिलने पर अरुण पिता भूप सिंह के साथ शव को कमरे से उतारकर लाया और गड्‌ढे में फेंक दिया। इसके बाद ऊपर से ईंट-मिट्‌टी डालकर उसे दबा दिया। गुमशुदगी की अफवाह फैलाई, ढूंढने का नाटक किया, शिकायत भी दी कत्ल के अगले दिन यानी 22 अप्रैल को उन्होंने अफवाह फैला दी कि विवाहिता कहीं गायब हो गई है। वह इसे विवाहिता के घर छोड़कर भाग जाने से जोड़ना चाहते थे। 2 दिन ढूंढने की ड्रामेबाजी के बाद 24 अप्रैल को पल्ला पुलिस थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी। 25 अप्रैल को पुलिस ने केस भी दर्ज कर लिया। मायके वालों को यकीन नहीं हुआ, वह तलाश करते रहे विवाहिता के मायके वालों को भी यही बताया कि वह कहीं चली गई है। मगर, रुपए को लेकर तंग करने और मारपीट का पता होने की वजह से वह ससुरालियों पर हत्या का शक जताते रहे। विवाहिता के मायके वाले पुलिस के भी चक्कर काटने लगे। यह देखकर शातिर ससुरालियों ने एक और प्लानिंग की। विवाहिता के नाम से उसके मायके में चिट्ठी फिंकवाई उन्होंने विवाहिता के नाम से काजल से एक लेटर लिखवाया। इसमें विवाहिता की तरफ से उसके पिता के लिए लिखवाया कि मैं यहां आई, लेकिन आपसे मिलने की हिम्मत नहीं हुई। मैं अब किसी लड़के के साथ हूं। इसे 26 मई को विवाहिता के घर शिकोहाबाद में फिंकवाया गया, ताकि उन्हें यकीन आ जाए कि उनकी बेटी किसी के साथ चली गई है। उसकी हत्या नहीं हुई है। मायके वालों को भरोसा नहीं हुआ, ससुर ने खोले राज विवाहिता के परिवार ने इस चिट्‌ठी पर भरोसा नहीं किया। वह लगातार कत्ल करने की बात कहते रहे। पल्ला थाना की पुलिस से मामला हल नहीं हुआ तो वे कमिश्नर से मिले। इसके बाद केस क्राइम ब्रांच को सौंप दिया गया। शक के आधार पर क्राइम ब्रांच ने ससुर को हिरासत में लिया। जब उससे सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने बता दिया कि उन्होंने विवाहिता की हत्या कर लाश सीवरेज के बहाने खोदे गड्‌ढे में दफना दी है। 20 जून को पुलिस को वहां से लाश बरामद हो गई। पुलिस बोली सास–ससुर ननद जेल में, पति को तलाश रहे फरीदाबाद के ACP क्राइम ने कहा कि पूछताछ में ससुर भूप सिंह ने हत्या की प्लानिंग से लेकर लाश ठिकाने लगाने और इसकी वजह कबूल कर ली है। इस मामले में ससुर के अलावा सास सोनिया भी गिरफ्तार कर जेल भेजी जा चुकी है। पुलिस ने ननद काजल को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। उन्होंने कहा कि जल्द ही आरोपी पति अरूण को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

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