फरीदाबाद जिले बल्लभगढ़ के मुजेड़ी गांव की एक विधवा महिला बसीरन के साथ रिश्तेदारों ने चौंकाने वाली धोखाधड़ी कर डाली। बसीरन का भगत सिंह कॉलोनी स्थित मकान उसके ही रिश्तेदार कासिम खान ने फर्जी पावर ऑफ अटॉर्नी के जरिए अपने बेटे के नाम करवा दिया और बाद में मकान को बेच दिया गया। अब बसीरन न्याय की गुहार लगाने दर-दर भटक रही है। पुलिस ने मामले में तीन आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। पति की हत्या के बाद लौटना पड़ा ससुराल बसीरन ने बताया कि वह भगत सिंह कॉलोनी स्थित मकान में अपने पति बसीर खान के साथ रहती थी। इसी मकान में उनकी चार बेटियों का जन्म हुआ। वर्ष 1992 में आपसी झगड़े के दौरान केशव कुमार नामक व्यक्ति ने उनके पति की चाकू मारकर हत्या कर दी थी। पति की मौत के बाद बसीरन अकेली पड़ गई। उस समय उनकी बेटियां छोटी थी। रिश्तेदारों ने किया प्रताड़ित बेटियों की सुरक्षा के नाम पर उनका रिश्तेदार कासिम खान उन्हें मुजेड़ी गांव स्थित उनके ससुराल ले गया। शुरू में सब सामान्य था, लेकिन कुछ ही समय बाद कासिम और अन्य रिश्तेदारों ने उन्हें प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। संपत्ति हड़पने की साजिश बसीरन का आरोप है कि उनके रिश्तेदार उनकी खेती की जमीन और भगत सिंह कॉलोनी स्थित मकान पर कब्जा करना चाहते थे। बेटियों की जान को खतरा बताकर वे लगातार दबाव बनाते रहे। जुलाई 2024 में जब बसीरन ने दोबारा अपने मकान में रहने का निर्णय लिया, तो रिश्तेदारों ने उन्हें तरह-तरह के लालच देने शुरू कर दिए। केस दर्ज कर जांच में जुटी पुलिस जब वह अपने पुराने मकान पहुंची, तो देखा कि वहां कोई ‘सुरेश’ नामक व्यक्ति रह रहा है। तहसील से जानकारी लेने पर पता चला कि उनके रिश्तेदार कासिम खान ने फर्जी पावर ऑफ अटॉर्नी बनवाकर उनके बेटे सुलेमान के नाम मकान कर दिया। इसके बाद सुलेमान ने मकान सुरेश को बेच दिया और सुरेश ने आगे किसी तीसरे व्यक्ति को बेच दिया। पुलिस द्वारा मामले की जांच की जा रही है।
फरीदाबाद में मकान की फर्जी पावर ऑफ अटॉर्नी की तैयार:रिश्तेदार ने बेटे के नाम करवाकर बेचा, तीन के खिलाफ केस
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