फरीदाबाद के छांयसा थाना क्षेत्र के मोहना गांव में युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। युवक मानसिक तनाव में था। आत्महत्या से पहले उसने खुद का एक वीडियो भी बनाया, जिसमें वह रस्सी से फांसी लगाने की कोशिश करता दिखाई दे रहा है। इस वीडियो में रस्सी टूट जाती है, लेकिन बाद में उसने दोबारा फंदा लगाकर जान दे दी। पुलिस मामले की जांच कर रही है। जानकारी के अनुसार 35 वर्षीय सुमेश पिछले करीब 20-25 वर्षों से मोहना गांव में अपनी पत्नी खुशबू और चार बच्चों (तीन बेटियां, एक बेटा) के साथ रह रहा था। 22 जून को उसकी पत्नी खुशबू अपने मायके बिहार के नवादा जाने के लिए घर से निकली थी। सुमेश ने खुद उसे पलवल बस स्टैंड से अलीगढ़ जाने वाली बस में बैठाया था, जहां से उसे ट्रेन पकड़कर नवादा जाना था। लेकिन अलीगढ़ पहुंचने के बाद खुशबू लापता हो गई। अनजान नंबर से मांगे पैसे खुशबू के लापता होने के कुछ घंटे बाद, एक अनजान नंबर से सुमेश की बहन आशा के इंस्टाग्राम पर मैसेज और कॉल आती हैं। मैसेज में बताया गया कि खुशबू बेहोश होकर अलीगढ़ रेलवे स्टेशन पर गिर गई है, और उसकी जानकारी चाहिए तो 5 हजार ट्रांसफर करो। जब पैसे नहीं भेजे गए, तो फिर कुछ घंटों बाद कहा गया कि उसे आगरा में एक घर पर छोड़ दिया गया है। फिर से पैसे मांगे गए, लेकिन सुमेश ने इस बात को नजरअंदाज कर दिया और खुद पत्नी की तलाश में जुट गया। पुलिस ने भी नहीं की मदद, उल्टा मांगी रिश्वत सुमेश ने अपने बड़े भाई सरताज को घटना की जानकारी दी और दोनों भाई खुशबू की तलाश में अलीगढ़ और आगरा तक गए। उन्होंने रेलवे स्टेशन पर पुलिस से संपर्क किया और खुशबू की फोटो भी दी, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। इसके बाद 23 जून को वे स्थानीय थाना छांयसा पहुंचे और वहां शिकायत देने की कोशिश की, लेकिन परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने न तो शिकायत दर्ज की और न ही मदद की, बल्कि एक पुलिसकर्मी ने खुशबू की तलाश में मदद के बदले रुपए की मांग कर डाली। इससे सुमेश और भी अधिक मानसिक रूप से टूट गया। फांसी से पहले बनाया वीडियो घटना के बाद सुमेश ने आत्महत्या का फैसला किया। उसने एक छोटा वीडियो बनाया जिसमें वह पंखे से रस्सी बांधकर फांसी लगाता नजर आया, लेकिन वीडियो में रस्सी टूट जाती है। इसके बावजूद कुछ देर बाद उसने दोबारा फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। परिजनों का गंभीर आरोप सुमेश के भाई सरताज का कहना है कि खुशबू की बुआ की बेटी और इंस्टाग्राम पर मैसेज भेजने वाला व्यक्ति इस पूरे प्रकरण में शामिल हो सकते हैं। खुशबू पिछले कुछ महीनों से आईएमटी में एक प्राइवेट कंपनी में काम करती थी और अपनी बुआ की बेटी के संपर्क में थी, जिससे वह लगातार गांव आने की बात कर रही थी। बुआ की बेटी पर आरोप सरताज के अनुसार, ये लोग ही उसे बहला-फुसलाकर बुला रहे थे और उसके लापता होने में उनकी भूमिका हो सकती है। परिजनों ने इंस्टाग्राम पर आए मैसेज, कॉल रिकॉर्डिंग, और संदिग्ध नंबर पुलिस को सौंप दिए हैं और मामले की निष्पक्ष जांच व दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। पुलिस कर रही जांच फिलहाल पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और आत्महत्या के कारणों की जांच शुरू कर दी है। हालांकि परिजनों का आरोप है कि यदि पुलिस ने समय रहते मदद की होती और रुपए न मांगी होती, तो शायद सुमेश की जान बच सकती थी।
फरीदाबाद में मानसिक तनाव में युवक ने किया सुसाइड:पत्नी के लापता होने से था परेशान, पहले बनाया वीडियो, फिर लगाई फांसी
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