हरियाणा के फरीदाबाद में स्वास्थ्य विभाग के एक रिटायर्ड उच्च अधिकारी को डिजिटल अरेस्ट कर 77 लाख रुपए की ठगी के मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों को पूछताछ के लिए 3 दिन के रिमांड पर लिया है। वीडियो कॉल पर डिजिटल अरेस्ट किया साइबर क्राइम थाना एनआईटी पुलिस को दी शिकायत में सेक्टर-21 एरिया में रहने वाले राजेंद्र शर्मा ने बताया है कि वे दिल्ली स्वास्थ्य विभाग से उच्च पद से सेवानिवृत्त हैं। कुछ दिन पहले उन्हें एक अनजान नंबर से मैसेज व कॉल आए। कॉल करने वाले खुद को मुंबई क्राइम ब्रांच का अधिकारी बता रहे थे। आरोपियों ने कहा कि आपके आधार कार्ड का प्रयोग कर एक बैंक खाता खोला गया है। जेट एयरवेज के मालिक के साथ हुई ठगी मामले में ठगी के रुपए इस खाते में आए हैं। पीड़ित ने कहा कि इससे मेरा कोई लेना-देना नहीं है। लेकिन आरोपियों ने केस से नाम हटाने की एवज में 30 लाख और 47 लाख रुपए की दो ट्रांजैक्शन करने को कहा। ठगो ने जिस समय राजेंद्र शर्मा को वीडियो कॉल किया तो आरोपी पुलिसकर्मी की वर्दी में थे। ठगों ने एक कमरे में उन्हें अलग रहने को कहा। जिससे वो काफी डर गए और आरोपियों के बताए गए बैंक खातों में 77 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए। बाद में ठगी का अहसास हुआ और शिकायत पुलिस को दी गई। यूपी से तीन गिरफ्तार साइबर थाना NIT ने मामले में कार्रवाई करते हुए आरोपी साहिल निवासी गांव सुधार लुधियाना जो कान्हा सिटी जिला मेरठ उत्तरप्रदेश में रह रहा था। साहिल के अलावा विवेक कुमार निवासी गांव सरसवा, जिला मेरठ उत्तरप्रदेश व अर्श रिजवी वासी इस्लामनगर, जिला मुज्जफरनगर, उत्तरप्रदेश को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में सामने आया कि सभी आरोपी ठगों के लिए खाता उपलब्ध करवाते थे। साहिल गारमेंटस की दुकान चलाता है तथा 12वी पास है। वहीं विवेक ने ITI कर रखी है और अभी बेरोजगार है। अर्श रिजवी वैल्डिंग का काम करता है और 12वीं पास है। पुलिस ने तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया,जहां से तीनों को 3 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है।
फरीदाबाद में 12वीं पास तीन आरोपी पकड़े:रिटायर्ड अधिकारी से 77 लाख की ठगी में शामिल, तीन दिन के पुलिस रिमांड पर
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