फर्जी DEO बनकर शिक्षकों से होती थी ठगी, बांका में 4 साइबर अपराधी गिरफ्तार, 5 मोबाइल और 10 सिम कार्ड बरामद

by Carbonmedia
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बांका जिले के साइबर थाना की पुलिस को सोमवार को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है. साइबर थाना की पुलिस ने चार साइबर अपराधियों को गिरफ्तार करने के साथ-साथ इनके पास से 5 मोबाइल फोन और 10 सिम कार्ड भी बरामद किए हैं.
डीईओ बनकर की जाती थी ठगी
इस मामले का उद्भेदन करते हुए बांका एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा ने बताया कि ये साइबर अपराधी खुद को जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) बताकर सरकारी मोबाइल नंबर और ई-शिक्षा कोष का दुरुपयोग करते थे. ये लोग सरकारी अधिकारियों के नाम का इस्तेमाल कर मोबाइल सिम से दूसरे के नाम पर ठगी की घटनाओं को अंजाम दे रहे थे. 
इस मामले का उद्भेदन तब हुआ जब जिले के अमरपुर प्रखंड के मध्य विद्यालय लौसा के प्रधानाध्यापक संजीव कुमार तिवारी ने साइबर थाना को एक लिखित शिकायत देकर मामला दर्ज कराया. उन्होंने अपने आवेदन में बताया था कि अज्ञात साइबर अपराधियों के जरिए जिला शिक्षा पदाधिकारी बनकर उनके सरकारी मोबाइल नंबर और ई-शिक्षा कोष का दुरुपयोग किया जा रहा है.
प्रधानाध्यापक संजीव कुमार की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए बांका एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा के निर्देश पर डीएसपी सह साइबर थानाध्यक्ष अनुपेश नारायण के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया, जिसमें बांका साइबर डीआईयू टीम के वैज्ञानिक अनुसंधान से पटना, नवादा और नालंदा जिलों में छापेमारी की गई. छापेमारी के दौरान चार साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया, जिनके कब्जे से पांच मोबाइल फोन और विभिन्न कंपनियों के 10 सिम कार्ड बरामद किए गए.
नालंदा के रहने वाले हैं साइबर अपराधी 
गिरफ्तार अपराधियों की पहचान नालंदा जिले के चिकसौरा थाना क्षेत्र अंतर्गत फरासपुर निवासी जितेंद्र पासवान के पुत्र सैनी कुमार, सिकंदर पासवान के पुत्र सूरज कुमार, छोटन पासवान के पुत्र अभिषेक कुमार, सुनील पासवान के पुत्र संतोष कुमार के रूप में हुई है. वहीं पूछताछ के क्रम में सभी अपराधियों ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है. पुलिस अब इनके अन्य साथियों की पहचान और गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी कर रही है.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक गिरफ्तार साइबर अपराधी संगठित तरीके से फर्जीवाड़ा करते थे और तकनीकी जानकारी का दुरुपयोग कर भोले-भाले शिक्षकों को निशाना बनाते थे. इधर बांका पुलिस की यह कार्रवाई साइबर अपराध के बढ़ते मामलों पर काफी प्रभावी मानी जा रही है.
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