हरियाणा के गुरुग्राम जिले में शिक्षा विभाग में पदोन्नति को लेकर विवाद गहरा गया है। विभाग ने ग्रुप डी से लिपिक पद पर केवल 90 कर्मियों को पदोन्नत किया है, जबकि 412 पद रिक्त हैं। स्टेशन आवंटन में भी केवल 106 पद खोले गए। इसके कारण पदोन्नत कर्मियों में से 50 प्रतिशत को अपनी पदोन्नति छोड़नी पड़ी। 50 सहायकों को पदोन्नत किया वहीं लिपिक सहायक के पद पर भी 190 रिक्तियों के मुकाबले केवल 49 कर्मियों को पदोन्नति दी गई। इसी तरह उप अधीक्षक के 88 रिक्त पदों पर केवल 50 सहायकों को पदोन्नत किया गया। स्टेशन आवंटन के दौरान बीईओ कार्यालयों के पदों को सीमित कर दिया गया। फील्ड स्टाफ के साथ भेदभाव हरियाणा एजुकेशन मिनिस्ट्रीयल स्टाफ एसोसिएशन (हेमसा) के पदाधिकारियों ने मुद्दे को उठाया है। हेमसा के अरविंद चौहान, उदयभान यादव, राजेश लांबा सहित अन्य सदस्यों का कहना है कि शिक्षा विभाग फील्ड स्टाफ के साथ भेदभाव कर रहा है। शिक्षा सदन में कार्यरत कर्मियों को एक पद खाली होते ही पदोन्नति मिल जाती है। वापस मूल जिले में तैनाती की मांग संगठन की मांग है कि सभी रिक्त पदों पर तुरंत पदोन्नति की जाए। किसी भी पद को सीमित न किया जाए। जिन कर्मियों को पदोन्नति के बाद दूसरे जिले में जाना पड़ा, उन्हें वापस उनके मूल जिले में तैनाती दी जाए। ऑनलाइन टीचर ट्रांसफर पॉलिसी के कारण कई कर्मचारियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लगातार आंदोलन और धरना-प्रदर्शन के बावजूद विभाग की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई है। आंदोलन का बजाया बिगुल सरकार व अफसरशाही से बार-बार लिखित रूप से मुलाकात कर अवगत करवाया गया है। कार्यप्रणाली से खफा शिक्षा विभाग मिनिस्ट्रीयल स्टाफ कर्मियों ने आंदोलन का बिगुल बजा दिया है। आंदोलन के प्रथम चरण में हरियाणा शिक्षा विभाग कर्मचारी तालमेल कमेटी के आह्वान पर 5 जून को शिक्षा सदन पंचकूला पर आयोजित मास डेपुटेशन प्रदर्शन में बड़ी संख्या में भाग लेंगे। आंदोलन के द्वितीय चरण में 9 जुलाई को होने वाली राष्ट्रव्यापी आम हड़ताल में भी ताल ठोकेंगे, जिसकी व्यापक तैयारियों को लेकर ब्लॉक व जिला स्तर मीटिंगों का दौर जारी है।
फर्रुखनगर में शिक्षा विभाग में पदोन्नति का विवाद:412 रिक्त पदों के मुकाबले 90 कर्मियों का प्रमोशन, हेमसा ने जताया विरोध
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