फाजिल्का जिले के एसएसपी वरिंदर बराड़ को भ्रष्टाचार के आरोपी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई न करने के आरोप में सस्पेंड कर दिया गया है। इस कार्रवाई के विरोध में सोशल मीडिया पर लोगों ने एसएसपी के समर्थन में मुहिम छेड़ दी है।मामला तब शुरू हुआ, जब विजिलेंस विभाग ने फाजिल्का में चार पुलिसकर्मियों को रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया। बराड़ किसी भी दबाव में नहीं झुके सरकार ने एसएसपी बराड़ पर इन पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई न करने का आरोप लगाते हुए उन्हें सस्पेंड कर दिया। जगराओं के एसएसपी और लुधियाना में एसीपी के रूप में बराड़ के कार्यकाल को लोग सराहते हैं। सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने लिखा कि बराड़ ने हमेशा कानून के अनुसार काम किया। वे किसी भी दबाव में नहीं झुके। राजनीति का शिकार ईमानदार अफसर वहीं एडवोकेट तरूण मल्होत्रा, रोहित कुमार और राकेश कुमार ने सरकार पर आरोप लगाया कि वह ईमानदार अफसरों को अपनी राजनीति का शिकार बना रही है। लोगों का कहना है कि इस कार्रवाई से सरकार की छवि को नुकसान पहुंचा है। सोशल मीडिया पर लोग सवाल उठा रहे हैं कि क्या ईमानदारी से काम करने का यही इनाम है। कई लोगों का मानना है कि इस तरह की कार्रवाई से अफसर भविष्य में सोच-समझकर काम करेंगे।
फाजिल्का एसएसपी की सस्पेंशन पर लोगों में रोष:भ्रष्ट पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई न करने का आरोप, समर्थन में उठी आवाज
7