फाजिल्का में सरकार का अभियान “युद्ध नशे के विरुद्ध” का अब बायकाट कर दिया गया है l यह बायकाट फाजिल्का के भारत-पाकिस्तान सरहदी इलाके के गांव मंडी हजूर सिंह के लोगों ने किया है l जिसमें गांव का सरपंच भी शामिल है l लोगों ने पुलिस पर नशा तस्कर के खिलाफ कार्रवाई न करने का आरोप लगाया है। लोगों का कहना है कि गांव में कुछ दिन पहले पुलिस ने नशा बेचने वाले किसी व्यक्ति से नशीली गोलियां बरामद की थी l लेकिन इस मामले में व्यक्ति के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई l जबकि पुलिस कार्रवाई का भरोसा दे रही है l जानकारी देते हुए हरबंस सिंह गांव के सरपंच संदीप सिंह और सुखवंत सिंह ने बताया कि कुछ दिन पहले उनके गांव में एक व्यक्ति के यहां से नशीली गोलियां बरामद हुई l पुलिस ने रेड की ओर लंबे समय तक चली इस रेड के दौरान यह बरामदगी की गई l लोगों ने किया प्रोग्राम का भी विरोध लेकिन व्यक्ति के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई l जिसको लेकर उनके गांव में रखे गए नशा विरोधी अभियान के तहत प्रोग्राम का भी विरोध किया गया l ऐसे प्रोग्राम का बायकाट करने का फैसला लिया गया है l गांव के लोगों का कहना है कि जब तक उक्त व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी l गांव में नशे के खिलाफ कोई भी सेमिनार या प्रोग्राम नहीं होने दिया जाएगा l अभियान के तहत कार्रवाई न होने से निराश हालांकि वह लोग सरकार के साथ है l सरकार के नशा विरोधी अभियान के साथ है l लेकिन अभियान के तहत कार्रवाई न होने से निराश है l लोगों का आरोप है कि उक्त व्यक्ति नशे का काम करता है l और लोगों को धमकियां दे रहा है l जबकि पुलिस भी इस मामले में उनकी कोई सुनवाई नहीं कर रही l सदर थाना के SHO का बयान उधर सदर थाना के SHO हरदेव सिंह बेदी का कहना है कि इस मामले में मुकदमा दर्ज किया जा चुका है I उन्होंने कहा कि करीब 1210 नशीली गोलियां बरामद हुई थी I जिसमें मुकदमा दर्ज किया जा चुका है I लेकिन जांच की जा रही है I सीसीटीवी कैमरे खंगाले जा रहे हैं I उन्होंने भरोसा दिया कि मामले में निष्पक्ष कार्रवाई की जाएगी।
फाजिल्का में ‘नशा विरोधी’ अभियान का विरोध:नशा तस्कर के खिलाफ कार्रवाई न करने का आरोप, नशीली गोलियां हुई थी बरामद
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