फाजिल्का में भारत पाकिस्तान सरहद की अंतरराष्ट्रीय तारबंदी के उस पार लगती पीर बाबा बुरजीवाला की समाध पर गुरुवार को मेला लगाया गया l जहां पर बीएसएफ की कड़ी सुरक्षा के बीच आने वाले श्रद्धालुओं को समाध पर आने दिया गया l एक समय था जब भारत और पाकिस्तान दोनों देशों के बाशिंदे इस समाध पर सजदा करते थे। अब हालातों के मद्देनजर पाकिस्तान से श्रद्धालुओं को आने की अनुमति नहीं है। वह दूर से हो माथा टेक वापिस लौट जाते हैं l पिछले 50 सालों से लग रहा मेला फाजिल्का सेक्टर के अंतर्गत स्थित पड़ते गांव गुलाबा भैणी में भारत-पाक अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर स्थित पीर बाबा बुर्जी वाले की समाध पर पिछले करीब 50 से अधिक वर्षों से मेला लगाया जा रहा है। इस मेले में हजारों श्रद्धालु भारत और पाकिस्तान से पहुंचकर पीर के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त करते थे। सुरक्षा की दृष्टि से पाक श्रद्धालुओं के मजार तक पहुंचने से पहले भारतीय श्रद्धालुओं के लिए रास्ता बंद कर दिया जाता था l ढोल की ताल पर नाचते पहुंचे भारतीय श्रद्धालु लेकिन अब ऐसा नहीं है l हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी भारत पाक की जीरो लाईन पर स्थित इस मजार पर बहुत जोर शोर से मेले का आयोजन किया गया l जहां पहुंचे भारतीय श्रद्धालुओं ने पीर की दरगाह पर माथा टेका और ढोल की ताल पर नाचते हुए इस दिन की खुशी को मनाया। वहीं पाकिस्तानी श्रद्धालुओं को दूर से ही अपनी सीमा में खड़े रह कर पीर के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त करनी पड़ी l
फाजिल्का में भारत-पाक बॉर्डर पर पीर बाबा का मेला:भारतीयों की चेकिंग के बाद एंट्री, पाक श्रद्धालुओं ने दूर से टेका माथा
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