पंजाब स्टूडेंट यूनियन द्वारा आज फाजिल्का जिले में जिला स्तरीय धरना प्रदर्शन किया गया l डीसी दफ्तर के बाद धरने पर बैठे युवा स्टूडेंट का कहना है कि शिक्षा और रोजगार के मुद्दे को लेकर आज वह धरना प्रदर्शन पर है l जिस दौरान उनके द्वारा न सिर्फ रोजगार की मांग की जा रही है l बल्कि अच्छी शिक्षा देने की मांग का मुद्दा भी उठाया गया है l सुनवाई न होने की सूरत में उन्होंने संघर्ष तेज करने की चेतावनी दी l शिक्षा के सिलेबर में तब्दीली पंजाब स्टूडेंट यूनियन के राज्य स्तरीय सचिव धीरज कुमार ने बताया कि आज स्टूडेंट द्वारा शिक्षा और रोजगार के मुद्दे को लेकर डीसी दफ्तर के बाद धरना प्रदर्शन किया जा रहा है l उन्होंने कहा कि कोरोना काल के दौरान 2020 नई शिक्षा नीति पास की गई l जिसके चलते बहुत ज्यादा स्कूल और कॉलेज बंद होने की कगार पर आ गए l उनका आरोप है कि शिक्षा के सिलेबस में बहुत ज्यादा तब्दीली कर दी गई है l नीति शिक्षा से कर रही दूर उन्होंने बताया कि पंजाब में पिछले 10 वर्षों के दौरान 1530 स्कूल बंद हो चुके हैं l उन्होंने कहा कि यह शिक्षा नीति बच्चों को शिक्षा से दूर कर रही है, क्योंकि शिक्षा नीति का पूरा मॉडल प्राइवेट घरानों को प्रफूलित करता है, इसलिए उनके द्वारा इसे रद्द करने की मांग की जा रही है। इतना ही नहीं रोजगार की मांग को लेकर भी स्टूडेंट सड़कों पर हैं l शिक्षा नीति खुद बनाए सरकार बेरोजगार पंजाब की नौजवानी नशों की तरफ जा रही है, जिसे रोकने की जरूरत है l उन्होंने मांग की, कि पंजाब सरकार पंजाब की शिक्षा नीति खुद बनाए और पंजाब के इतिहास पर सिलेबस तय किया जाए l उन्होंने चेतावनी दी, कि अगर उनकी सुनवाई न हुई, तो आने वाले दिनों में संघर्ष तेज किया जाएगा l
फाजिल्का में शिक्षा और रोजगार को लेकर स्टूडेंट का विरोध:डीसी दफ्तर के बाहर धरना, 10 साल में 1530 स्कूल बंद का आरोप
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