फाजिल्का के भारत-पाकिस्तान सरहदी इलाके में लगते सतलुज नदी में पानी का जलस्तर बढ़ गया है। लगातार हो रही बरसात के चलते एक रात में बढ़े जलस्तर से सतलुज के इलाके में लगते कई एकड़ खेतों में पानी फैल गया है l जिससे फसलें पानी की चपेट में आ गई है l मौके पर एनडीआरएफ की टीम पहुंची है। टीम द्वारा मौक ड्रिल की गई और लोगों को जागरूक किया जा रहा है कि किस तरह से खतरे में रहते जान बचाई जा सकती है। जानकारी देते हुए गांव निवासी गुलशेर सिंह और महेंद्र सिंह ने बताया कि एक रात में अचानक पानी का जलस्तर बढ़ गया l जिस वजह से सतलुज नदी उफान पर हो गई l कई एकड़ खेतों में पानी भरा जलस्तर बढ़ने से सतलुज नदी के इलाके में लगते करीब 200 एकड़ खेतों में पानी फैल गया है l जिस वजह से कुछ फसलें प्रभावित हुई हैं l लेकिन प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची l मौके पर बठिंडा से पहुंची एनडीआरएफ की टीम ने मौक ड्रिल के जरिए विभिन्न विभागों के अधिकारियों, पंचायत प्रतिनिधियों, सरपंचों और स्थानीय ग्रामीणों को बाढ़ जैसी आपात स्थिति से निपटने संबंधी प्रशिक्षण दिया गया। बाढ़ से टूटी सड़कों की मरम्मत नहीं जबकि लोगों का सवाल है कि पिछली बार जब बाढ़ आई थी तो काफी सड़कें टूट गई थी। जो अभी तक रिपेयर नहीं करवाई जा सकी और बाढ़ दोबारा आने के हालात पैदा हो गए हैं। ड्रिल का नेतृत्व एनडीआरएफ टीम के इंस्पेक्टर संदीप कुमार ने किया। उन्होंने पानी में फंसे व्यक्ति को बचाने के विभिन्न तरीकों का अभ्यास कर लोगों को वास्तविक परिस्थितियों से अवगत कराया। साथ ही एक प्रदर्शनी भी लगाई गई जिसमें यह दर्शाया गया कि घरों में मौजूद सामान्य वस्तुओं का प्रयोग कर किस प्रकार से व्यक्ति अपनी सुरक्षा सुनिश्चित कर सकता है।
फाजिल्का में सतलुज नदी का जलस्तर बढ़ा:एनडीआरएफ की टीम ने की मौक ड्रिल, 200 एकड़ खेतों में पानी भरा
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