बकरियां पालने के फार्म ड्रग्स में 300 करोड़ के ड्रग्स बनाने की थी तैयारी, पुलिस ने किया पर्दाफाश

by Carbonmedia
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Mumbai Crime News: मुंबई की RCF पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जिसने फार्म हाउस को ड्रग्स बनाने की फैक्ट्री में बदल दिया था. इस गैंग ने फार्म हाउस मालिक से बकरियां और मुर्गे पालने के नाम पर फार्म हाउस का 2 कमरा एक लाख रुपये (50 हजार प्रति कमरा) प्रति माह की दर से किराए पर लिया था जहां बाकायदा MD ड्रग्स बनाने का पूरा सेटअप किया गया था.


मुंबई पुलिस के ईस्ट रीजन के एडिशनल कमिश्नर महेश पाटिल ने बताया कि इसी साल के मार्च महीने में RCF पुलिस ने 45 ग्राम MD जब्त कर एक मामला दर्ज कर एक शख्स को गिरफ्तार किया था, मामले की जांच आगे बढ़ी तो पुलिस 4 और ड्रग्स पेडलर्स को मुंबई और नवी मुंबई से गिरफ्तार किया गया और उनके पास से 6 किलो 689 ग्राम MD ड्रग्स बरामद किया गया जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 13 करोड़ 37 लाख 60 हजार रुपये बताई जा रही है.


महेश पाटिल ने आगे बताया कि जब जांच आगे बढ़ी तो हमें पता चला कि आरोपी रायगढ़ जिले के कर्जत में एक फार्म हाउस में ड्रग्स की फैक्ट्री चला रहे हैं. इसके बाद DCP नवनाथ ढवले ने सीनियर इंस्पेक्टर महादेव कुम्भार, PI समशेर तड़वी, API मैत्रानंद खंदारे और PSI सुशांत सालवी के नेतृत्व में एक विशेष टीम बनाई और फिर टीम ने कर्जत के किकवी इलाके में स्थित सावली फार्म हाउस में जहां आरोपियों में MD ड्रग्स बनाने की फैक्ट्री बनाई थी वहां छापेमारी की.


एडिशनल कमिश्नर ने आगे बताया कि फैक्ट्री से एक शख्स को गिरफ्तार किया गया और छापेमारी के दौरान वहां से ड्रग्स बनाने के मटेरियल के साथ साथ 5 किलो 525 ग्राम MD ड्रग्स बरामद किया. पुलिस ने आगे बताया कि छापेमारी के दौरान जो रॉ मटेरियल मिला उसकी कीमत करीबन एक करोड़ रुपये है और अगर उससे ड्रग्स बनाया जाए तो कम से कम 150 किलो MD ड्रग्स बन सकता है जिसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में करीबन 300 करोड़ रुपये होती.


पाटिल में आगे बताया कि आरोपियों ने फार्म हाउस बकरी पालन करने के नाम पर लिया था और बकरी के शौच की स्मेल से MD की फैक्ट्री से निकलने वाले केमिकल की बदबू कुछ हद तक दब जाती है जिससे लोगों को यह नहीं पता चल पाता कि यहां MD बनाने की फैक्ट्री है.


सूत्रों ने आगे बताया कि आरोपी पिछले 3 महीने से इस फार्म हाऊस में ड्रग्स बना रहे थे आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वे एक सप्ताह में 25 किलोग्राम ड्रग्स बनाते थे, इस हिसाब से 3 महीने में उन्होंने 300 किलोग्राम के करीब ड्रग्स बनाया होगा जिसकी कीमत करीब 600 करोड़ रुपये है.


पुलिस मामले में जांच कर रही की इतनी भारी मात्रा में ड्रग्स कहां कहां गया होगा और इस गैंग में कितने लोग हैं, इसके अलावा पुलिस इस ड्रग्स के माध्यम से कमाए गए पैसों का मनी ट्रेल भी खंगाल रही है. 


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