बिहार के बक्सर जिला के ब्रह्मपुर में सोमवार (14 जुलाई) को श्रावण मास के पहले सोमवार को बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ मंदिर में श्रद्धालुओं का उमड़ा जनसैलाब. प्रशासन के पुख्ता इंतजाम. जैसे ही सावन का पहला सोमवार शुरू हुआ, वैसे ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जिले के विभिन्न मंदिरों में उमड़ने लगी, जहां भक्त बक्सर रामरेखा घाट से उत्तरायणी गंगा स्नान कर जलाभिषेक के लिए गंगाजल लेकर 45 किलोमीटर की यात्रा तय कर ब्रह्मपुर पहुंचे.
प्रशासन की तरफ से NH 922 पर वन-वे किया गया
इस दौरान जिला प्रशासन की तरफ से NH 922 पर वन-वे किया गया था, ताकि श्रद्धालुओं को आने-जाने में परेशानी न हो या किसी तरह की दुर्घटना न हो. चारों ओर “हर-हर महादेव” के जयकारे गूंज रहे हैं.
शिव भक्त अपने आराध्य देव को जलाभिषेक करने के लिए घंटों लाइन में खड़े होकर जलाभिषेक किया. रामपुर के बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ में रात्रि 2 बजे से जैसे ही मुख्य द्वार खुला, वैसे ही भक्तों का तांता लग गया.
ब्रह्मेश्वर मंदिर ब्रह्मा ने स्थापित किया था
जहां मंदिर के मुख्य पुजारी चिंता हरण पांडे एवं रुद्राक्ष पांडे ने ब्रह्मेश्वर मंदिर की महिमा के बारे में बताया. सावन के पवित्र महीने में पूरे जिले के अन्य शिवालयों में सोमवार को पूजा-अर्चना की जा रही है. वहीं मुख्य रूप से ब्रह्मेश्वर नाथ मंदिर एवं रामेश्वर नाथ मंदिर में अधिक संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं.
मान्यता के अनुसार ब्रह्मेश्वर मंदिर ब्रह्मा ने स्थापित किया था. वहीं रामेश्वर मंदिर तब स्थापित हुआ था, जब प्रभु श्रीराम शिक्षा ग्रहण करने बक्सर आए थे. उस समय प्रभु श्रीराम ने रामेश्वर शिवलिंग की स्थापना की थी, जो श्रद्धा और उत्साह का केंद्र बना हुआ है.
सुरक्षा और सुविधा के विशेष इंतजाम किए
प्रशासन ने भी सुरक्षा और सुविधा के विशेष इंतजाम किए हैं, ताकि श्रद्धालुओं को कोई कठिनाई न हो. साथ ही, स्वास्थ्य शिविर, पेयजल और दिशा-निर्देशों की भी समुचित व्यवस्था की गई
बक्सर में बाबा ब्रम्हेश्वर नाथ मंदिर में श्रद्धालुओं का उमड़ा जनसैलाब, ‘हर-हर महादेव’ की गूंज, किए गए हैं खास इंतजाम
4