भास्कर न्यूज | अम्बाला कैंट की राय मार्केट स्थित बर्फखाना की बेशकीमती जमीन पर एक महीने बाद भी नगर परिषद के अधिकारी चेतावनी बोर्ड नहीं लगवा सके थे। कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने गुरुवार को एसीएस को पत्र लिखा तो शुक्रवार को एसडीएम वीनेश कुमार ने उक्त जमीन पर बोर्ड लगवाकर खानापूर्ति की। ये बोर्ड लोहे के एंगल पर नहीं, बल्कि लकड़ी की पतली स्टिक पर लगाया है, जो हवा का तेज झोंका भी नहीं सह सकेगा। बता दें कि बर्फखाना की करोड़ों रुपए की 5 एकड़ जमीन पर 11 मई को कब्जे का प्रयास किया गया था। आरोपी जेसीबी लेकर वहां पहुंच गए थे। उन्होंने पेड़-पौधे और झाड़ियां हटाने के साथ-साथ वहां बनी दुकानों व घरों को गिराने की कोशिश की थी। नगर परिषद के एक्साइज एरिया की इस जमीन पर सन 1950 से कई परिवार रह रहे थे। कई दुकानें भी खुली हैं। कब्जे की जानकारी मिलते ही वह मौके पर एकत्रित हो गए। उन्होंने विरोध किया तो आरोपियों ने उन पर गाड़ी चढ़ाने की कोशिश की। वह किसी तरह अपनी जान बचाकर भागे। कैंट थाने के बाद एसपी ऑफिस में भी शिकायत दी, लेकिन अब तक कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं हो सकी। जमीन पर कब्जे के बाद कई परिवार सड़क पर आ जाएंगे। इसलिए विज ने गुरुवार को एसीएस को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की। इस कारण ही नगर परिषद ने शुक्रवार सुबह आनन-फानन में बर्फखाना की जमीन पर बोर्ड लगवा दिया है, लेकिन वो भी लकड़ी की स्टिक पर। मामले में एसडीएम वीनेश कुमार को फोन कर बात करने की कोशिश की, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका। 14 मई की नगर परिषद ने लगवाया था दूसरा बोर्ड मामला तूल पकड़ने के कारण नगर परिषद ने उक्त जमीन पर 14 मई को दूसरा बोर्ड लगवा दिया। इस दौरान आरोपियों ने अधिकारियों के साथ कई लोगों के मुंह चांदी का जूता देकर बंद कर दिए। अधिकारियों की शह मिलने पर आरोपियों के हौसले बढ़ गए। 26 मई की रात को 2 में से एक बोर्ड को गायब कर दिया। कैबिनेट मंत्री के निर्देश भी कर दिए दरकिनार 30 मई को कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने एसडीएम वीनेश कुमार को बोर्ड लगवाने और अज्ञात आरोपी के खिलाफ केस दर्ज करवाकर जांच करवाने के निर्देश दिए थे। मंत्री के निर्देशों को भी अधिकारियों ने दरकिनार कर दिया। न ही बोर्ड लगवाया और न ही एफआईआर दर्ज करवाई।
बर्फखाना की बेशकीमती जमीन पर बोर्ड लगा की खानापूर्ति, एंगल की बजाय लकड़ी पर टिका दिया
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