UP News: यूपी के बस्ती में आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और नगीना से सांसद चंद्रशेखर रावण के प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन के दौरान उस समय हंगामा मच गया, जब विश्व हिन्दू महासंघ की पांच महिलाओं ने चंद्रशेखर पर यौन शोषण का आरोप लगाते हुए नारेबाजी शुरू कर दी. मौके पर मौजूद पुलिस ने दोनों पक्षों के समर्थकों को शांत किया. चंद्रशेखर आगामी विधानसभा चुनाव 2027 की तैयारियों को लेकर दौरे पर थे.
शहर के ऑडिटोरियम में आयोजित प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन में नगीना सांसद चंद्रशेखर रावण ने कार्यकर्ताओं को त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव और 2027 विधानसभा चुनाव के लिए जोश भरा. जब कार्यक्रम की खत्म के बाद जब वे सर्किट हाउस में पार्टी नेताओं से बात कर रहे थे, तभी हाथों में तख्तियां लिए पांच महिलाएं वहां पहुंची और चंद्रशेखर रावण के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी. महिलाओं का आरोप था कि रोहिणी घावरी नाम की महिला ने रावण पर यौन उत्पीड़न का गंभीर आरोप लगाया है, लेकिन पुलिस ने अब तक कार्रवाई नहीं की है.
पुलिस ने दोनों पक्षों को किया शांत
अपने नेता के खिलाफ प्रदर्शन देख रावण के समर्थकों ने इसका विरोध किया और महिलाओं के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर उन्हें खदेड़ने की कोशिश की. दोनों पक्षों के बीच तू-तू मैं-मैं और जोरदार नारेबाजी का दौर चला. स्थिति बिगड़ते देख पुलिस ने हस्तक्षेप कर विवाद को शांत कराया.
चंद्रशेखर रावण का बयान
वहीँ मीडिया से बात करते हुए सांसद चंद्रशेखर रावण ने भाजपा सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में पिछले 13 साल से दलितों का सूखा पड़ा है. बहुजन समाज सत्ता से दूर है, उनकी जमीन छीनी जा रही है, हजारों स्कूल बंद हो गए, शिक्षा मित्रों का समायोजन नहीं हुआ, छात्रवृत्ति घोटाला हुआ, बेरोजगारी चरम पर है. सरकार बिजली का निजीकरण कर रही है और कानून-व्यवस्था खत्म हो गई है. रावण ने दावा किया कि उनकी पार्टी मिशन 2027 में पूरे दमखम के साथ लड़ेगी और अच्छा प्रदर्शन करेगी.
इसके साथ ही रोहिणी घावरी के आरोपों पर रावण ने कहा कि मैंने इस मुद्दे पर कई बार जवाब दिया है. निजी आरोपों का जवाब सड़क या सोशल मीडिया पर नहीं कोर्ट में होता है. जो लोग मुझे घेर रहे हैं उन्हें आने वाले समय में अहसास हो जाएगा. उन्होंने पत्रकारों के सवालों को फालतू करार देते हुए कोर्ट पर भरोसा जताया.
चंद्रशेखर रावण ने इजरायल-ईरान युद्ध का जिक्र करते हुए कहा कि ईरान से हमें विषम परिस्थितियों में संघर्ष की सीख लेनी चाहिए. उन्होंने प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन को सामाजिक परिवर्तन का माध्यम बताते हुए हर मंडल में ऐसे आयोजन की घोषणा की. साथ ही उन्होंने चुनावों में बैलेट पेपर की मांग दोहराई और राहुल गांधी के समर्थन का स्वागत किया. स्वामी प्रसाद मौर्य के प्रति सम्मान जताते हुए उन्हें अच्छा नेता बताया.
बस्ती दौरे में चंद्रशेखर रावण का घेराव, यौन उत्पीड़न के आरोप पर नारेबाजी
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